Two arrested with a haul of banned Narcotics : करनाल, 30 नवम्बर 2024 पुलिस अधीक्षक करनाल के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में करनाल नशा मुक्त अभियान को आगे बढ़ाते हुए जिला पुलिस की क्राइम युनिट एंटी नारकोटिक सेल टीम द्वारा गुप्त सुचना के आधार पर 29 नवम्बर 2024 को योजनाबद्व तरीके से छापामारी करके लालुपुरा मोड़ मंगलौरा से दो आरोपीयों. 1. अरफ पुत्र ईरफान और 2. अन्स पुत्र ईनाम वासीयान वार्ड नं0-17 गुलशन नगर, शामली उतरप्रदेश को धर दबोचा। पुलिस टीम द्वारा आरोपीयों के कब्जे से 2400 प्रतिबंधित ट्रामाडोल कैप्सुल व 5400 प्रतिबंधित एल्प्राजोलम गोलियां बरामद की गई।
इन्चार्ज एंटी नारकोटिक सेल उप निरीक्षक हिम्मत सिंह ने बताया कि उक्त आरोपीयों के खिलाफ थाना मधुबन में एन.डी.पी.एस. एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ पर आरोपीयों ने खुलासा किया कि उन्हें नशीली दवाईयों की यह खेप किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दी गई थी और उन्हें व्टसअप काल के माध्यम से बताया गया था कि उन्हें मंगलौरा क्षेत्र में इस खेप की सप्लाई करनी है, जिसके लिए उन्हें मोटी रकम मिलनी थी। उन्होंने कहा कि आज दोनों आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेशकर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा व दौराने रिमांड उन्हें नशीली दवाईयों की खेप उपलब्ध करवाने वाले आरोपी के संबंध में पता लगाकर, उसे भी जल्द से जल्द गिरफतार किया जाएगा।
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Accused arrested with Churaposta: करनाल 30 नवम्बर 2024 बिती शाम को निलोखेड़ी चौंकी प्रभारी स.उप निरीक्षक संदीप सिंह ने प्राप्त सुचना के आधार पर अपनी टीम के साथ अनाज मंडी गेट के पास निलोखेड़ी में नाकाबंदी करके नशा तस्करी के आरोप में आरोपी दलजीत सिंह पुत्र तीर्थ सिंह वासी वार्ड नं0-07, स्टेशन एरिया, निलोखेड़ी को काबू किया। पुलिस टीम द्वारा उसके कब्जे से नशे की खेप में 733 ग्राम चुरापोस्त बरामद की गई। जिस पर उसके खिलाफ थाना बुटाना में नशा तस्करी का मामला दर्ज किया गया।
चौंकी प्रभारी संदीप सिंह ने बताया कि स्वयं भी नशा करने का आदि है और पैसे कमाने के लिए नशा बेचता भी है। पूछताछ पर आरोपी ने खुलासा किया कि उसने यह नशे की खेप निलोखेड़ी में ही एक ट्रक चालक से खरीदी थी। उन्होंने कहा कि उक्त ट्रक चालक को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और आरोपी को आज माननीय अदालत के सामने पेशकर अदालत के आदेशानुसार न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया।
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Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में नौकरी (सरकारी नौकरी) पाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए अच्छे अवसर हैं। इस उद्देश्य के लिए, एम्स बिलासपुर ने सीनियर रेजिडेंट (गैर-शैक्षणिक) पदों के लिए उम्मीदवारों को आमंत्रित किया है। अगर आप भी इन पदों पर आवेदन करने के इच्छुक और योग्य हैं तो एम्स बिलासपुर की आधिकारिक वेबसाइट aiimsbilaspur.edu.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन शुरू हो गए हैं!
एम्स भर्ती 2024 के लिए जो भी उम्मीदवार आवेदन करने का मन बना रहे हैं, वे 14 दिसंबर तक या उससे पहले अप्लाई कर सकते हैं. इस भर्ती अभियान के माध्यम से कुल 123 पदों पर बहाली की जाने वाली है! अगर आप भी यहां काम करने के इच्छुक हैं, तो दिए गए बातों को ध्यान से जरूर पढ़ें!
Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: एम्स में नौकरी पाने की शैक्षणिक योग्यता
एम्स बिलासपुर ने सीनियर रेजिडेंट (गैर-शैक्षणिक) पदों के लिए उम्मीदवारों को आमंत्रित किया है। अगर आप भी इन पदों पर आवेदन करने के इच्छुक और योग्य हैं तो एम्स बिलासपुर की आधिकारिक वेबसाइट aiimsbilaspur.edu.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन शुरू हो गए हैं!
एम्स भर्ती 2024 के लिए जो भी उम्मीदवार आवेदन करने का मन बना रहे हैं, वे 14 दिसंबर तक या उससे पहले अप्लाई कर सकते हैं. इस भर्ती अभियान के माध्यम से कुल 123 पदों पर बहाली की जाने वाली है! अगर आप भी यहां काम करने के इच्छुक हैं, तो दिए गए बातों को ध्यान से जरूर पढ़ें!
Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: एम्स में नौकरी पाने की शैक्षणिक योग्यता
उम्मीदवार के पास संबंधित क्षेत्र में एमसीआई मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमडी/एमएस/डीएनबी या समकक्ष पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए!
Great Opportunit
उम्मीदवार के पास संबंधित क्षेत्र में एमसीआई मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमडी/एमएस/डीएनबी या समकक्ष पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए!
Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: एम्स में इन पदों के लिए आवेदन करने की आयुसीमा
एम्स के इस भर्ती के लिए जो कोई भी उम्मीदवार आवेदन करने पर विचार कर रहे हैं, उनकी अधिकतम आयुसीमा 45 वर्ष (17 दिसंबर 2024 को) होनी चाहिए! तभी वे आवेदन कर सकते हैं!
Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: एम्स में नौकरी पाने के लिए देना होगा शुल्क
एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क: 500 + 18% जीएसटी (₹590) सामान्य/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क: 1000 + 18% जीएसटी (₹1180) पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवार के लिए आवेदन शुल्क: कोई शुल्क नहीं
Great Opportunity to Get a Job at AIIMS: एम्स में सेलेक्शन होने पर मिलेगी सैलरी
इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 56,100 रुपये से 67,700 रुपये प्रतिमाह (लेवल-11) वेतनमान के साथ अन्य भत्ते दिए जाएंगे!
एम्स में नौकरी पाने का तरीका यहां बताया गया है
भले ही इस एम्स पद के लिए कोई भी आवेदन करे, उम्मीदवारों का चयन व्यक्तिगत साक्षात्कार में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
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These items were originally made for the army: साइंस इनोवेशन और रिसर्च एंड डेवलपमेंट किसी भी देश ताकत होती हैं. जो जितना पैसा और दिमाग खर्च करता है उसकी ताकत में उतना ही इजाफा होता है. ये आज से नहीं, सदियों से होता रहा है. खास बात तो ये है कि ज्यादातर आविष्कार जो कि सेना के लिए किए गए, वो सेना में तो इस्तेमाल हो ही रहे हैं लेकिन उनके सिविल इस्तेमाल ने तो दुनिया ही बदल दी. खास बात ये है कि आज इन आविष्कारों का इस्तेमाल हर घर में हो रहा है. लेकिन बहुत सारे लोगों को इसके बारे में पता नहीं.
1- These items were originally made for the army : इंटरनेट
बिना इंटरनेट के आज कुछ भी सोचना संभव ही नहीं. तकनीक की दुनिया में यह आविष्कार मील का पत्थर साबित हुआ है. आपको ये तो पता होगा कि इंटरनेट का आविष्कार कब हुआ, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका आविष्कार किसके लिए किया गया? बहुत सारे लोगों को इसके बारे में पता नहीं होगा. तो बता दें कि 1969 में यूएस डिफेंस डिपार्टमेंट के एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क यानी की ARPANET ने इसका इजाद किया था. तब इसका मकसद था पूरे अमेरिका में यूनिवर्सिटी, सरकारी एजेंसी और डिफेंस कांट्रैक्टर को एक लिंक के साथ जोड़ना. लेकिन अब हर कोई इसका इस्तेमाल कर रहा है.
आज के दौर में बिना GPS घर से निकलने की कोई सोच भी नहीं सकता. रूट से लेकर ट्रैफिक तक इससे फॉलो किया जाता है तो हर एयरक्राफ्ट , पानी के जहाज और चीन को छोड़कर दुनिया का हर शख्स इस GPS का इस्तेमाल करता है. 1970 में अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने GPS सेटअप किया था. इसके लिए 1978 अमेरिका ने नेविगेशन सिस्टम विद टाइमिंग एंड रेजिंग (NAVSTAR) में पहला सैटेलाइट लॉन्च किया गया था. यह सिस्टम 1993 में चालू हुआ, जिसमें कुल 24 सैटेलाइट 19300 किलोमीटर ऊपर ऑर्बिट में चक्कर लगा रहे थे . पहले NAVSTAR अमेरिकी सेना और उनके कुछ सहयोगियों तक ही सीमित थी. लेकिन 1983 में इसे सबके इस्तेमाल के लिए फ्री कर दिया गया.
3- माइक्रो वेव ओवन
जब वैज्ञानिक के जेब में रखी चॉकलेट को माइक्रोवेव ने पिघला दिया तब पहली बार माइक्रोवेव अस्तित्व में आया. कहानी बड़ी रोचक है और इसकी शुरुआत दूसरे विश्वयुद्ध के बाद शीत युद्ध के दौरान हुई. उस वक्त रडार की तकनीक में जबरदस्त तेजी आई. शीत युद्ध के दौरान नाटो की फोर्स के रडार इंस्टालेशन सोवियत संघ के फाइटर और मिसाइल के खतरे को देखते हुए लगातार आसमान को स्कैन किया करते थे. 1946 पर्सी स्पेंसर नाम के एक वैज्ञानिक ने मैग्नेट्रॉन यानी की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव पर शोध कर रहे थे ताकि रडार के पावर को बढ़ाया जा सका, तब माइक्रोवेव का पहली बार पता चला. उस वक्त वैज्ञानिक के जेब में रखी चॉकलेट पिघल गई. उसके बाद उत्सुकता बढ़ी तो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव का इस्तेमाल कच्चे अंडे पर किया गया जो कि फट गया. उसके बाद मक्की के दाने को पहली बार माइक्रोवेव ने पॉपकॉर्न में बदल दिया. एक साल बाद 1947 में पहली माइक्रोवेव ओवन बाज़ार में आया.
4- एविएटर सनग्लासेस ( रे बैन )
सेना के अफसरों को एविएटर सनग्लासेस में आपने अक्सर देखा होगा. लेकिन अब तो हर कोई इसका इस्तेमाल करता है. मगर क्या आपको पता है कि पहली बार ये सन ग्लास एविएटर पायलटों के लिए 1930 के दशक में डेवलप किए गए. एविएटर विकास के शुरुआती समय में विमानों के कॉकपिट में बंद नहीं होते थे, उस वक्त तेज हवा और ठंड से बचाने के लिए फर वाले भारी चश्मे पायलट पहनते थे. लेकिन जैसे ही विमानों की रफ्तार बढ़ी तो कॉकपिट कांच से ढक दिए गए. इसके बाद ठंड की जगह जरूरत पड़ी सूरज की रोशनी से आंखों को बचाने की. यूएस आर्मी के एयर कोर के कर्नल जॉन मैकरेडी ने इस सन ग्लास को विकसित करने के लिए न्यूयॉर्क के मेडिकल उपकरण निर्माता के साथ काम किया. जब पहला एवियेटर सन ग्लास प्रोटोटाइप 1936 बना तो उसका नाम दिया गया एंटी ग्लेयर जो कि प्लास्टिक के फ्रेम में हरे रंग के लेंस था . अल्ट्रावायलेट रे को रोकने की क्षमता के चलते इसका नाम पड़ा. बाद में इसे रेबैन नाम दिया गया.
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The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: A Rising Star in Indian Cricket
Anshul Kamboj, a 23-year-old cricketer from Haryana, has become a sensation in the Indian cricket circuit due to his exceptional bowling skills and consistent performances. His name grabbed headlines during the 2024 Ranji Trophy season when he achieved a rare and historic feat of taking all 10 wickets in an innings against Kerala. This accomplishment placed him among the elite club of bowlers in the history of Indian cricket, akin to legends like Anil Kumble, who achieved similar feats in first-class cricket.
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The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: Early Life and Background
Anshul was born on December 6, 2000, in Karnal, Haryana. From a young age, he displayed a keen interest in cricket, honing his skills in local tournaments and making steady progress through the domestic cricket structure. Known for his lethal swing bowling and ability to deliver under pressure, Anshul quickly rose through the ranks in Haryana cricket.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: The Historic Feat in the Ranji Trophy
In November 2024, Anshul etched his name in history by taking 10 wickets for 49 runs in 30.1 overs during a Ranji Trophy match against Kerala. This exceptional spell not only brought victory for Haryana but also highlighted his ability to dominate with both skill and strategy. His achievement is now regarded as one of the finest bowling performances in Ranji Trophy history.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: Career Highlights
Anshul’s bowling figures in the 2024 Ranji Trophy marked a turning point in his career. Beyond this historic performance, he has been a consistent performer across formats. In his first-class career, Anshul has taken 57 wickets in 19 matches at an impressive average of 24.14. He is also capable with the bat, contributing 358 runs as a lower-order batsman.
In addition to the Ranji Trophy, he emerged as the leading wicket-taker in the 2024 Duleep Trophy while representing India C. His performances in the Emerging Asia Cup for India A further solidified his reputation as a promising talent. His ability to adapt to different conditions and formats has made him a versatile player to watch.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: IPL Debut and T20 Success
Anshul’s domestic success caught the attention of IPL franchises, and he made his debut for the Mumbai Indians in the 2024 season. Though his opportunities were limited, he managed to pick up two wickets in three matches, showcasing glimpses of his potential in the shortest format of the game.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: Playing Style and Strengths
Anshul is primarily a right-arm pacer known for his ability to swing the ball both ways. His bowling arsenal includes an accurate yorker, deceptive slower deliveries, and sharp bouncers. These skills have made him a go-to bowler in high-pressure situations. With the bat, he can play crucial cameos, adding value as a lower-order all-rounder.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: Future Prospects
Anshul’s consistent performances in domestic cricket and his promising start in the IPL have positioned him as a strong contender for the Indian national team. With Indian cricket on the lookout for reliable pacers who can perform across formats, Anshul’s trajectory suggests he could soon make his mark at the international level.
The Real Story of Cricketer Anshul Kamboj: Conclusion
Anshul Kamboj’s journey in cricket reflects his determination, talent, and relentless pursuit of excellence. From achieving a historic 10-wicket haul to making strides in the IPL, he has shown that he has the skills and temperament required to succeed at the highest level. As he continues to develop, Anshul is undoubtedly a name that Indian cricket fans will hear more often in the coming years.
Husband becomes a millionaire after buying a gold chain
किस्मत बदले में वक्त नहीं लगता, जो व्यक्ति आज की रात बिना छत को सो रहा हो, अगले दिन वो किसी महल में भी उठ सकता है. किसी के भाग्य में क्या लिखा है, ये कोई नहीं जानता. बहुत से लोग इसे चमत्कार कह सकते हैं, पर ये किस्मत की तरह है. हाल ही में ऐसा ही एक शख्स के साथ सिंगापुर में हुआ. इस भारतीय मूल के व्यक्ति ने अपनी बीवी के लिए सोने की चेन (Man buy gold chain for wife win 8 crore rupees lottery) खरीदी. पर उसे खरीदने के बाद वो करोड़पति बन गया. उसे 8 करोड़ रुपये मिल गए. अब सवाल ये उठता है कि आखिर उसकी किस्मत कैसे बदल गई?
भारतीय मूल के बालुसुब्रमण्यम चितंबरम Balasubramanian Chithambaram एक प्रोजेक्ट इंजीनियर हैं जो 21 सालों से सिंगापुर में रह रहे हैं. करीब 3 महीनों पहले उन्होंने अपनी बीवी के लिए एक सोने की चेन खरीदी थी, जिसके लिए उन्होंने कुल 3.8 लाख रुपये खर्च किए थे. ये सोने की चीन उन्होंने मुस्तफा ज्वेलरी नाम की गहने की दुकान से खरीदी थी
ये दुकान हर साल एक लकी ड्रॉ करवाती है जिसमें वो लोग हिस्सा लेते हैं जो दुकान से कम से कम 15 हजार रुपये की शॉपिंग करते हैं. चूंकि शख्स ने उससे ज्यादा की शॉपिंग की तो उनका नाम लकी ड्रॉ में शामिल कर लिया गया. 24 नवंबर को एक कार्यक्रम में जब लकी ड्रॉ का नतीजा आया, तो उसे देखकर बालु सुब्रमण्यम के होश उड़ गए. वो इसलिए क्योंकि उनकी लॉटरी लग गई थी, वो 8 करोड़ रुपये की लॉटरी जीत चुके थे.
पिता की पुण्यतिथि के दिन मिला पुरस्कार
हैरानी की बात ये है कि जिस दिन उन्हें ये बात पता चली कि वो ये पुरस्कार जीते हैं, उस दिन उनके पिता की चौथी पुण्यतिथि भी थी. ये उनके लिए आशीर्वाद जैसा था. उन्होंने फौरन अपनी मां को इस बारे में सूचना दी और अपने समुदाय के लोगों को भी इस हिस्से में कुछ रुपये दान देने का फैसला किया. दुकान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी इस पल से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें चिदंबरम के अलावा अन्य कई ग्राहक नजर आ रहे हैं जिन्हें पुरस्कार मिला है.
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करनाल, 28 नवम्बर 2024 को थाना इन्द्री में एक व्यक्ति द्वारा शिकायत दी गई कि 27 नवम्बर 2024 को वह एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था और बाहर मोटरसाइकिल खड़ी कर वह अंदर चला गया। जब वह वापिस आया तो उसे मोटरसाइकिल नहीं मिली, उसने काफी ईधर-उधर ढ़ुंढ़ा लेकिन नहीं मिली, जिसपर उसने थाना इन्द्री में शिकायत देकर मामला दर्ज करवाया व पुलिस द्वारा मामले में तत्परता से कार्यवाही करते हुए देर शाम आरोपी मोहित पुत्र भारत भुषण वासी वार्ड नं0- 04 इन्द्री, करनाल को गिरफ्तार किया गया।
प्रबंधक थाना इन्द्री निरीक्षक भगवान ने बताया कि आरोपी को कस्बा इन्द्री क्षेत्र से ही गिरफ्तार किया गया व उसके कब्जे से चोरीशुदा मोटरसाइकिल बारामद कर ली गई। उन्होंने बताया कि आरोपी नशा करने का आदि है और वह इस मोटरसाइकिल को बेचकर अपनी नशे की पूर्ति करना चाहता था। आरोपी को आज माननीय अदालत के सामने पेशकर, अदालत के आदेशानुसार जिला जेल भेज दिया गया।
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Burglary carried out in an empty house: करनाल 29 नवम्बर 2024 डायल 112 के माध्यम से कल सै0-13 चौंकी में सै0-14, करनाल स्थित एक बंद मकान में चोरी की वारदात के संबंध में सुचना प्राप्त हुई, सुचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शिकायतकर्ता से शिकायत प्राप्त कर थाना सिविल लाइन करनाल में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान 28 नवम्बर 2024 को ही पुलिस टीम द्वारा नजदीक के पार्क से दो आरोपीयों….. 1. बाबु पुत्र राजु वासी मद्रासी कालोनी रामनगर, करनाल और सुल्तान सिंह पुत्र प्यारे वासी गली नं0-01 शिव कालोनी, करनाल को गिरफ्तार किया गया।
सै0-13, करनाल के चौंकी प्रभारी उप निरीक्षक विकास ने बताया कि दोनों आरोपीयों के कब्जे से मकान से चोरी की गई टूंटीया, लोहे व पीतल का अन्य सामान बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि दोनों आरोपी पहले भी चोरी के मामले में गिरफ्तार हो चुके है। आज दोनों आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेशकर न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया।
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Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: इलेक्ट्रिफिकेशन का इंतजार
लंबे समय से एक्टिवा के इलेक्ट्रिफिकेशन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। जी हां, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने लंबे इंतजार के बाद एक्टिवा-ई और क्यूसी1 इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च कर दिए हैं। इन इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बुकिंग 1 जनवरी 2025 से शुरू होगी और डिलीवरी फरवरी 2025 में शुरू होगी। एक्टिवा इलेक्ट्रिक और QC1 की कीमत की घोषणा अगले कुछ दिनों में की जाएगी। होंडा का यह इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला और एथर के साथ-साथ टीवीएस और बजाज जैसी कंपनियों को भी टक्कर देगा।
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Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: लुक-फीचर्स
जब होंडा एक्टिवा ई के लुक और डिज़ाइन की बात आती है, तो यह पेट्रोल एक्टिवा के सिलहूट और आधुनिक तत्वों का एक संयोजन है। फुल एलईडी हेडलाइट्स, टेललैंप और स्माइलिंग डे-टाइम रनिंग लाइट्स इसे एक बोल्ड और शानदार लुक देती हैं जो एक ही समय में स्टाइलिश और आकर्षक है। उच्च-गुणवत्ता, प्रवाहपूर्ण डिज़ाइन और कई तत्व इसे रोजमर्रा के उपयोग के लिए उपयुक्त बनाते हैं, जिसमें दो-टोन सीटें, 12-इंच डायमंड-कट मिश्र धातु के पहिये, फ्लैट रनिंग बोर्ड और मजबूत फेंडर शामिल हैं।
होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक को दो वेरिएंट एक्टिवा ई और एक्टिवा ई में पेश किया गया है! होंडा रोडसिंक डुओ और पांच रंग विकल्प: शैलो पर्ल ब्लू, मिस्टी पर्ल व्हाइट, सेरेनिटी पर्ल ब्लू, मिस्टी मैट सिल्वर और पर्ल इग्नियस ब्लैक। जहां तक फीचर्स की बात है, होंडा एक्टिवा ई 7.0 इंच टीएफटी डिस्प्ले के साथ आता है जो ड्राइवरों को कनेक्टेड और अपडेट रहने में मदद करने के लिए रोड सिंक डुओ ऐप के साथ रीयल-टाइम कनेक्टिविटी प्रदान करता है। टीएफटी डिस्प्ले को हैंडल पर टॉगल स्विच का उपयोग करके नियंत्रित किया जा सकता है। एक्टिवा ई: स्मार्ट सर्च, स्मार्ट सेफ, स्मार्ट अनलॉक और स्मार्ट स्टार्ट जैसी सुविधाओं के साथ होंडा की एच-स्मार्ट कुंजी के साथ आता है।
Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: बैटरी प्रदर्शन और रेंज
होंडा एक्टिवा ई में 1.5 kWh की क्षमता वाली दो बदली जाने योग्य बैटरी हैं और एक बार फुल चार्ज होने पर 102 किलोमीटर की रेंज प्रदान करती है। हटाने योग्य बैटरी को एक विशेष उपकरण होंडा पावर पैक एक्सचेंजर ई: (बीईएक्स स्वैपिंग स्टेशन) का उपयोग करके बदला जा सकता है। इसे बेंगलुरु और दिल्ली में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है और जल्द ही इसे मुंबई में भी लॉन्च किया जाएगा। एक्टिवा ई: एक उन्नत स्वदेशी रूप से विकसित स्थायी चुंबक सिंक्रोनस मोटर से लैस है जो 6 किलोवाट की अधिकतम शक्ति और 22 न्यूटन मीटर का टॉर्क प्रदान करता है। यह महज 7.3 सेकंड में 0 से 60 किमी/घंटे की रफ्तार पकड़ लेती है और 80 किमी/घंटे की टॉप स्पीड तक पहुंच जाती है। एक्टिवा ई में तीन मोड हैं! ईकॉन, स्टैंडर्ड और स्पोर्ट।
Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: विशेषता
नया होंडा QC1 इलेक्ट्रिक स्कूटर स्मूथ डिजाइन और शानदार तकनीक का मिश्रण है। इसकी कैज़ुअल शैली सतह पर शरीर की बहती रेखाओं पर जोर देती है। एलईडी हेडलाइट्स और टेललाइट्स और स्पष्ट टर्न इंडिकेटर्स के साथ अपने आकर्षक डिजाइन के कारण, नया QC1 सड़क पर अलग दिखता है। QC1 पांच जीवंत रंग विकल्पों में उपलब्ध है! पर्ल सेरेनिटी ब्लू, पर्ल मिस्टी व्हाइट, मैट फोगी सिल्वर मेटैलिक, पर्ल इग्नियस ब्लैक और पर्ल शैलो ब्लू। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर अपने स्टाइलिश रियर व्यू मिरर, स्टाइलिश 12-इंच फ्रंट अलॉय व्हील, टिकाऊ हैंडल और आकर्षक फ्यूचरिस्टिक लुक के साथ आधुनिक सवारों को पसंद आएगा।
Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: रेंज 80 किलोमीटर
होंडा QC का लुक स्टाइलिश है और यह 1.5 kWh सॉलिड-स्टेट बैटरी से लैस है जो एक बार चार्ज करने पर 80 किलोमीटर की रेंज प्रदान करती है, जिससे ड्राइवर के लिए यात्रा आसान हो जाती है। QC1 को ऑटो शट-ऑफ तकनीक के साथ 330W बाहरी होम चार्जर का उपयोग करके घर पर आसानी से चार्ज किया जा सकता है, जिससे चार्जिंग सुरक्षित और कुशल हो जाती है। 0 से 80 प्रतिशत तक चार्ज होने में 4 घंटे 30 मिनट लगते हैं और फुल चार्ज होने में 6 घंटे 50 मिनट लगते हैं। QC1 में एक इन-व्हील इलेक्ट्रिक मोटर है जो 1.8 किलोवाट की अधिकतम शक्ति और 77 न्यूटन मीटर का अधिकतम टॉर्क प्रदान करती है। इस स्कूटर की अधिकतम स्पीड 50 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके अलावा, इसमें दो ड्राइविंग मोड हैं: स्टैंडर्ड और ईकॉन।
होंडा QC1 के फीचर्स के बारे में बता दें कि इस होंडा में 5.0 इंच की एलसीडी स्क्रीन दी गई है, जिससे आप कार के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। अतिरिक्त व्यावहारिकता के लिए, यह यूएसबी टाइप-सी से सुसज्जित है जो आपको ड्राइविंग के दौरान अपने उपकरणों को चार्ज करने की अनुमति देता है। सीट के नीचे 26 लीटर का बड़ा अंडर-सीट स्टोरेज बॉक्स है, ऐसे में यह रोज़मर्रा की राइड के लिए परफेक्ट है।
Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: स्थायी परिवहन के लिए अहम कदम’
भारतीय बाजार में होंडा के पहले इलेक्ट्रिक वाहन के लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया के प्रबंध निदेशक, अध्यक्ष और सीईओ, सुत्सुमु ओतानी ने कहा: यह होंडा की ‘ट्रिपल एक्शन टू जीरो’ की वैश्विक अवधारणा के अनुरूप है, जो केंद्रित है 2050 तक कार्बन तटस्थता हासिल करने के लिए तीन क्षेत्रों पर चर्चा। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया के सेल्स और मार्केटिंग प्रमुख योगेश माथुर ने कहा कि कंपनी एक नहीं बल्कि दो नए इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में प्रवेश कर रही है। स्वच्छ परिवहन समाधान सक्षम करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करना
Honda Launches ACTIVA-e and QC1 Electric Scooter: क्या कुछ खास?
यह जानना भी जरूरी है कि होंडा के दोनों इलेक्ट्रिक मॉडल कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पास HMSI नरसापुरा प्लांट में निर्मित होते हैं। ये मॉडल 3 साल या 50,000 किलोमीटर की वारंटी और पहले साल में 3 मुफ्त सेवाओं के साथ आते हैं। होंडा अपने ग्राहकों को पहले वर्ष के लिए मुफ्त सड़क किनारे सहायता के साथ एक अनूठा अनुभव भी प्रदान करता है।
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Both accused of stealing tractor batteries arrested
Both accused of stealing tractor batteries arrested: करनाल, 29 नवम्बर 2024 जिला पुलिस की थाना निसिंग टीम द्वारा स.उप निरीक्षक करनैल सिंह की अध्यक्षता में रात के समय निसिंग नगरपालिका दफ्तर के सामने खड़े नगरपालिका के टैक्टर से बैटरी चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपीयों 1. नवीन पुत्र गुरमेल वासी गांव डाचर, करनाल और 2. रिंकू पुत्र हरप्रीत वासी गुल्लरपूर रोड़ वार्ड नं0-05, निसिंग को दिनांक 29.11.2024 को देर शाम गुप्त सुचना के आधार पर बस स्टैंड निसिंग के पिछे से से गिरफतार करने में सफलता हासिल की।
Both accused of stealing tractor batteries arrested
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रबंधक थाना निसिंग उप निरीक्षक जगदीश कुमार ने बताया कि आरोपीयों से पूछताछ के आधार पर उनके द्वारा चोरी की गई बैटरी बरामद कर ली गई है। उन्होंने कहा कि आरोपी नवीन पहले भी एन.डी.पी.एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज एक मामले में गिरफतार हो चुका है। आज दोनों आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेशकर न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया।
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