भिवानी| आपने घोटाले व गड़बड़झाले बहुत से देखें और सुनें होंगे, लेकिन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में जो गड़बड़ झाला पकड़ा है, उसे सुन कर आप हैरान रह जाएंगे. बता दें कि एक दो दिन में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड को 10वीं व 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम घोषित करना है. इससे पहले शिक्षा बोर्ड को कुछ बच्चों द्वारा फर्ज़ी एसएलसी देकर परीक्षा देने की सूचना मिली. जिसके बाद शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने टास्क फोर्स का गठन किया. इस टीम ने भागदौड़ कर यूपी, राजस्थान, पंजाब, झारखंड, उत्तराखंड, गुजरात व चंडीगढ़ सहित नेपाल से फर्ज़ी एसएलसी जारी होना पाया गया.
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ जगबीर सिंह ने बताया कि 10वीं के 92 निजी स्कूलों के 778 व 8 सरकारी स्कूलों के 14 बच्चों की फर्ज़ी एसएलसी मिली. उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 12वीं कक्षा के 40 निजी स्कूलों के 73 और 10 सरकारी स्कूलों के 16 बच्चों की फ़र्ज़ी एसएलसी मिली. इसके अलावा परीक्षकों पहले प्रदेश भर से 1741 बच्चों ने अपनी एसएलसी जमा ही नहीं करवाई.
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने बताया कि फर्ज़ी एसएलसी देश के कई प्रदेशों के अलावा एक एसएलसी नेपाल से भी जारी हुई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में बच्चे इतने दोषी नहीं हैं. दोषी वो लोग हैं जो गिरोह के रूप में इतने बच्चों की एसएलसी बनवा चुका है. उन्होंने कहा कि 10वीं व 12वीं का वार्षिक परिणाम 20 जून से पहले जारी होगा, लेकिन फ़र्ज़ी एसएलसी देने वाले या एसएलसी जमा ही नहीं करवाने वाले बच्चों का रिजल्ट रोका जाएगा.
उन्होंने कहा कि फ़र्ज़ी एसएलसी बनवाने वाले गिरोह की सरकार व पुलिस को सूचना दे दी गई है. जिसके खिलाफ जांच करवाकर कानूनी कार्यवाही की जाएगी. हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा पकड़ा गया फर्ज़ी एसएलसी का से गड़बड़ झाला अपने आप में बहुत गंभीर मामला है. अब ऐसे में देखना होगा कि सरकार व शासन इस गिरोह को कब तक क़ाबू कर पाता है.