आपरेशन राहुल मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी है। 90 घंटे बाद भी राहुल को बोर से बाहर नहीं निकाला जा सका है। एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम पत्थर तोड़ने में अभी भी जुटी हुई है। टनल बनने के बाद वाइब्रेटिंग मशीन चलाई जा रही है। इसके बाद आप ऊपर चार फीट खोदाई का काम शुरू हो गया है। इसमें भी चट्टान का रोड़ा है। ऐसे में समय लगने की बात कही जा रही है। फिर भी दोपहर दो बजे तक राहुल को निकाल लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
राहुल को आज सुबह फ्रूटी भेजा गया, मगर उसने उसे नहीं पीया। एक दिन पहले जैसी हलचल उसमें देखने को नहीं मिल रही है। ऐसा प्रशासन का कहना है कि लगातार बोर के अंदर रहने के कारण व सुस्त पड़ गया है। बोर में जलस्तर बढ़ने सुरंग में चट्टान आने जैसी कई बाधाओं का सामना रेस्क्यू टीम को करना पड़ रहा है फिर भी टीम के सदस्य जी जान से जुटी है।
अनुमान है कि आज दोपहर दो बजे तक राहुल बाहर आ सकता है। इधर प्रशासन ने मेडिकल टीम को रविवार से ही तैनात रखा है। अपोलो तक ग्रीन कारिडोर भी बनाने के निर्देश हुए हैं। अब राहुल को बचाने चल रहे आपरेशन को देखने पिहरीद में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। सभी भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि वह सकुशल निकले।
पत्थर को सावधानी से काटने में जुटी टीम
अब रेस्क्यू दल ने अंतिम कार्रवाई सुरंग के भीतर शुरू की है। बल्ली ले जाकर एक स्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है। वाइब्रेटर से राहुल के नीचे के पत्थर को हटाने का काम किया जा रहा है। एनडीआरएफ सावधानी के साथ यह कार्य कर रही है।