Magh Purnima: दरअसल, हिंदू धर्म हर त्योहार से जुड़ी किंवदंतियों से भरा है। इसी तरह मार्ग पूर्णिमा को भी हिंदू धर्म में अधिक महत्व दिया जाता है और इसे मार्ग पूर्णिमा के साथ-साथ दण्ड लूपी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
मान्यता है कि इस दिन स्नान, दान और जप करने से सफलता मिलती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन माघ पूर्णिमा व्रत रखा जाता है! इस दिन यदि इंसान पवित्र नदियों में स्नान दान और ईश्वर की आरधना करता हैं तो उसे विशेष फल की प्राप्ति होती है उसके जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं!माघ पूर्णिमा व्रत 23 फरवरी 2024 को पूर्णिमा तिथि पर दोपहर 3:36 बजे शुरू होगा। यह 24 फरवरी को सुबह 06:03 मिनट तक रहेगा। उदय के दौरान पूर्णिमा तिथि 24 फरवरी को है, माघ पूर्णिमा व्रत 24 फरवरी को रखा जाएगा।
Magh Purnima: इस दिन क्या करें
Magh Purnima: पंडित शिव नारायण चतुर्वेदी ने बताया कि मार्ग पूर्णिमा को डंडा रोपी पूर्णिमा भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन होली का डंडा रोपा जाता है। यह वह स्थान है जहां इस दिन पवित्र पेड़ लगाए जाते हैं। उस जगह को पूरी तरह साफ करने के बाद एक गड्ढा खोदें और उसमें पान के पत्ते रख दें।
पान के पत्ते पर स्वास्तिक, सुपारी और सिक्का रखें, डिब्बी में पूजा सामग्री रखें, अपने इष्ट देवी-देवता का ध्यान करें और पवित्र लकड़ी का पौधा लगाएं। होलिका दहन के दूसरे दिन सभी चीजें बाहर निकाल दें और सिक्के तथा पान के पत्ते अपने साथ ले जाएं या अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित रख लें। तब देवी लक्ष्मी आपके घर, व्यवसाय या कार्यस्थल पर विराजमान रहेंगी और आपका मूड हमेशा अच्छा रहेगा। देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी!
Magh Purnima: माघ पूर्णिमा व्रत और पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए, माघ स्नान करना चाहिए, पूजा करनी चाहिए, हवन करना चाहिए, पितरों का श्राद्ध करना चाहिए और गरीब लोगों को दान देना चाहिए। अत: यदि आपके ऊपर पितृ दोष है तो वह भी समाप्त हो जाएगा।
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