Importance of Savan in Indian Culture: सावन भारतीय पंचांग का एक महत्वपूर्ण महीना है! भगवान शिव अपने भक्तों के दिल को प्रसन्न कर उनकी इच्छाओं को पूरा करते हैं।

Importance of Savan in Indian Culture
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Importance of Sawan in Indian Culture: सावन, भारतीय पंचांग का एक महत्वपूर्ण महीना है जो आमतौर पर जुलाई और अगस्त के बीच आता है। इसे बरसात के मौसम का प्रतिनिधि माना जाता है और भारतीय संस्कृति में इसकी विशेष भूमिका है। यह महीना देवताओं की पूजा, भक्ति, और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। सावन का महीना धार्मिक महत्व के साथ-साथ विभिन्न स्थानीय परंपराओं और मान्यताओं से भी जुड़ा हुआ है। यहाँ हम सावन की कहानी, इसके महत्व, और इसमें मनाए जाने वाले प्रमुख त्यौहारों पर चर्चा करेंगे।

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Importance of Sawan in Indian Culture: सावन का महत्व

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सावन का महीना खासतौर पर भगवान शिव की पूजा का महीना होता है। हिंदू धर्म में भगवान शिव को सृष्टि का पालनहार और संहारक माना जाता है। सावन का महीना शिवभक्तों के लिए अत्यंत पवित्र होता है और इस दौरान विशेष पूजा अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव अपने भक्तों के दिल को आसानी से प्रसन्न कर लेते हैं और उनकी इच्छाओं को पूरा करते हैं।

Importance of Sawan in Indian Culture: सावन की शुरुआत

सावन का महीना आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन से शुरू होता है और श्रावण मास की पूर्णिमा तक चलता है। यह समय विशेष रूप से हरियाली और बर्षात के मौसम का होता है, जब धरती पर हरियाली छा जाती है और प्रकृति एक नया रूप ले लेती है। इस समय मानसून की बारिश से खेत-खलिहान हरे-भरे हो जाते हैं और वातावरण में एक ताजगी का अहसास होता है।

Importance of Sawan in Indian Culture: सावन में पूजा और व्रत

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सावन के महीने में विशेष रूप से सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। इसे “सावन सोमवार” कहा जाता है। भक्त इस दिन उपवासी रहते हैं, शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और बेल पत्र चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पापों से मुक्ति मिलती है।

सावन का महीना कांवड़ियों के लिए भी बहुत खास होता है। कांवड़ यात्रा, जो उत्तर भारत में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार में प्रसिद्ध है, इस महीने की एक प्रमुख धार्मिक गतिविधि है। भक्त अपनी कांवड़ (विशेष प्रकार की जल पिंडी) में गंगा जल भरकर कांवड़ यात्रा करते हैं और भगवान शिव के मंदिर में जाकर उस जल को अर्पित करते हैं। यह यात्रा कठिन होती है, लेकिन भक्त इसे बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ करते हैं।

Importance of Sawan in Indian Culture: सावन के प्रमुख त्यौहार

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  1. हरियाली तीज: सावन के महीने की शुरुआत हरियाली तीज के साथ होती है। यह त्यौहार खासतौर पर महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं और हरियाली के प्रतीक के रूप में हरे कपड़े पहनती हैं। इस दिन खासतौर पर पेड़-पौधों की पूजा की जाती है और महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
  2. नाग पंचमी: सावन माह की पंचमी तिथि को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा की जाती है। महिलाएं इस दिन सांपों की प्रतिमा पर दूध और फूल चढ़ाती हैं और नागों से सुरक्षा की कामना करती हैं।
  3. श्रावण पूर्णिमा: सावन मास की पूर्णिमा को श्रावण पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन विशेष पूजा और धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। इस दिन को रक्षाबंधन के त्यौहार के रूप में भी मनाया जाता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।
  4. शिवरात्रि: सावन माह में आने वाली शिवरात्रि विशेष महत्व रखती है। इस दिन भक्त रात्रि भर जागरण करते हैं और भगवान शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। इस दिन उपवासी रहकर शिवलिंग की पूजा और अभिषेक किया जाता है।

Importance of Sawan in Indian Culture: सावन की लोककथाएँ और परंपराएँ

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सावन के महीने में विभिन्न लोककथाएँ भी जुड़ी हुई हैं। एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश प्राप्त हुआ, तो देवताओं और दैत्यों के बीच युद्ध हुआ। इस समय भगवान शिव ने अमृत कलश को पीने से रोकने के लिए विष पिया, जिससे उनका गला नीला पड़ गया और वे ‘नीलकंठ’ कहलाए। सावन का महीना इस घटना की याद में मनाया जाता है और विशेष पूजा की जाती है।

इसके अलावा, सावन में आकाश में बादलों की गड़गड़ाहट और बारिश का मौसम भी ग्रामीण जीवन का हिस्सा बन जाता है। लोग इस समय खेतों में काम करते हैं और नई फसल की उम्मीद करते हैं। सावन के महीने में प्रकृति की हरियाली और उसकी सुंदरता को देखने के लिए लोग विशेष उत्साहित रहते हैं।

निष्कर्ष

सावन का महीना भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह महीने के दौरान भगवान शिव की पूजा, विशेष व्रत और त्यौहारों का आयोजन किया जाता है। हरियाली, ताजगी, और प्रकृति की सुंदरता इस महीने को खास बनाती है। सावन का यह महीना धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, और इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

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