घर में सदा चाहते हैं लक्ष्मी जी का वास, तो अपनाएं ये वास्तु टिप्स
हर इंसान चाहता है कि उसके घर में मां लक्ष्मी का वास सदा बना रहे। सुख-समृद्धि, धन, और शांति से भरा हुआ घर न केवल जीवन को आसान बनाता है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है। भारतीय संस्कृति में वास्तुशास्त्र को बहुत महत्व दिया गया है, क्योंकि यह सिर्फ इमारत बनाने का विज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने की कला भी है। अगर आप भी अपने घर में स्थायी रूप से लक्ष्मी जी का वास चाहते हैं, तो नीचे दिए गए वास्तु टिप्स को जरूर अपनाएं।

1. मुख्य द्वार का वास्तु — लक्ष्मी प्रवेश का मार्ग
घर में सदा चाहते हैं लक्ष्मी जी का वास, तो अपनाएं ये वास्तु टिप्स : घर का मुख्य द्वार वास्तुशास्त्र में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे “लक्ष्मी द्वार” भी कहा गया है। इसलिए इसका साफ-सुथरा और सुंदर होना बहुत जरूरी है।
- मुख्य दरवाजे पर तोरण, स्वस्तिक या ‘शुभ-लाभ’ के चिन्ह लगाएं।
- दरवाजा खुलने में कोई आवाज़ न आए, क्योंकि दरवाजे की चरमराहट नकारात्मक ऊर्जा का संकेत होती है।
- दरवाजे के सामने कूड़ा, जूते या गंदगी कभी न रखें।
- दरवाजे पर पीले या लाल रंग का प्रयोग करें, यह सकारात्मकता को बढ़ाता है।
- जब मुख्य द्वार सुंदर, साफ और सुगंधित होता है, तो मां लक्ष्मी का आगमन स्वयं होता है।
2. घर में रोशनी और वायु का संतुलन
वास्तु के अनुसार, जहां रोशनी और ताजी हवा का संचार ठीक से होता है, वहां सकारात्मक ऊर्जा स्वतः बढ़ती है।
- हर सुबह खिड़कियां और दरवाजे खोलें ताकि सूर्य की किरणें घर में प्रवेश करें।
- सूरज की पहली किरण को घर के उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में लाने की कोशिश करें।
- शाम के समय घर के हर कोने में दीपक जलाएं, खासकर तुलसी या पूजन स्थल के पास।
- दिनभर में अगरबत्ती या कपूर जलाकर घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करें।
3. पूजा स्थल का वास्तु
पूजा घर घर की आत्मा होता है। यही वह स्थान है जहां से घर में दिव्यता और शांति का प्रसार होता है।
- पूजा घर हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में बनाएं।
- भगवान की मूर्तियां दीवार से कम से कम 1 इंच की दूरी पर रखें।
- एक ही भगवान की कई मूर्तियां रखने से बचें।
- पूजा के स्थान पर कभी गंदगी, टूटे-फूटे फोटो या बासी फूल न रखें।
- रोजाना दीपक जलाएं और घंटे की आवाज से सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं।
- मां लक्ष्मी वहीं आती हैं, जहां भक्ति और स्वच्छता दोनों का संगम होता है।
4. रसोईघर का वास्तु
रसोईघर को अन्नपूर्णा का स्थान माना गया है। यहां का वास्तु सही न हो तो घर में आर्थिक असंतुलन आ सकता है।
- रसोईघर दक्षिण-पूर्व दिशा में होना शुभ माना गया है।
- गैस चूल्हा पूर्व दिशा की ओर रखें ताकि खाना बनाते समय मुख पूर्व की ओर रहे।
- रसोई में अनाज और मसाले को हमेशा बंद डिब्बों में रखें।
- रसोई में गंदगी, जूठन या बर्तन रातभर न छोड़ें।
- फ्रिज और पानी का स्थान उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखें।
- स्वच्छ और सुव्यवस्थित रसोई धनवृद्धि और समृद्धि का प्रतीक है।
5. धन स्थान या तिजोरी का वास्तु
जहां आप पैसा रखते हैं, वहां का वास्तु भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
- तिजोरी या कैश बॉक्स हमेशा दक्षिण दिशा की दीवार से सटा हुआ हो और मुंह उत्तर दिशा की ओर हो।
- तिजोरी के ऊपर गणेश-लक्ष्मी जी की तस्वीर लगाएं।
- शुक्रवार या पूर्णिमा के दिन तिजोरी में इत्र या चांदी का सिक्का रखें।
- तिजोरी के पास झाड़ू, जूते या बेकार वस्तुएं न रखें।
- यह छोटा-सा ध्यान मां लक्ष्मी के स्थायी वास को सुनिश्चित करता है।
6. घर की स्वच्छता और ऊर्जा संतुलन
मां लक्ष्मी स्वच्छ, सुंदर और सुगंधित घर में रहना पसंद करती हैं।
- हर सुबह घर में झाड़ू लगाने के बाद गंगाजल या कपूर से शुद्धिकरण करें।
- घर के टूटी हुई वस्तुएं, पुराने जूते, बेकार इलेक्ट्रॉनिक्स तुरंत हटा दें।
- दरवाजों और खिड़कियों पर पीले या हल्के गुलाबी पर्दे लगाएं।
- घर में तुलसी का पौधा लगाएं और हर शाम दीपक जलाएं।
- उत्तर दिशा में छोटे जल स्रोत या फाउंटेन रखना भी शुभ माना जाता है।

7. शयनकक्ष का वास्तु
आरामदायक नींद और प्रेमपूर्ण संबंध भी धन और समृद्धि को प्रभावित करते हैं।
- बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना शुभ होता है।
- पलंग पर गद्दा जोड़ा हुआ हो, अलग-अलग गद्दे न रखें।
- बेड के सामने दर्पण न लगाएं; इससे रिश्तों में तनाव आता है।
- कमरे में हल्के गुलाबी या क्रीम रंग का प्रयोग करें।
- दांपत्य सुख बढ़ाने के लिए ताजे फूल या खुशबूदार मोमबत्ती रखें।
8. सकारात्मक सोच और आस्था
वास्तुशास्त्र के साथ-साथ सबसे ज़रूरी है आपकी सोच। अगर घर में प्रेम, आस्था और सकारात्मकता का माहौल रहेगा, तो नकारात्मक शक्तियां पास नहीं आएंगी।
- हर दिन मां लक्ष्मी की आरती करें।
- अपने काम के प्रति ईमानदार रहें और दूसरों की मदद करें।
- शुक्रवार के दिन कुमारी कन्याओं को भोजन कराएं या खीर का भोग लगाएं।
- घर में हमेशा मधुर वाणी और मुस्कान बनाए रखें।
घर में सदा चाहते हैं लक्ष्मी जी का वास, तो अपनाएं ये वास्तु टिप्स निष्कर्ष
वास्तु केवल दिशाओं और दीवारों का नहीं, बल्कि ऊर्जा और भावनाओं का भी विज्ञान है। जब घर में स्वच्छता, सकारात्मक सोच और नियमों का पालन होता है, तो लक्ष्मी जी का वास स्थायी रूप से बना रहता है।
इन छोटे-छोटे वास्तु टिप्स को अपनाकर आप न केवल अपने घर को सुख-समृद्धि से भर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में भी नई ऊर्जा और खुशियों का स्वागत कर सकते हैं।
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