दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में मौजूद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्रोई ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। लॉरेंस बिश्रोई के निर्देश पर कनाड़ा में बैठे गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की करवाई है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश तीन महीने वाले रच ली गई थी। लारेंस बिश्रोई गिरोह के शार्पशूटर मौके की तलाश में घूम रहे थे।
हालांकि आरोपी लॉरेंस बिश्रोई पूछताछ में शुरूआत में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा था। स्पेशल सेल की नार्थन रेंज ने लॉरेंस बिश्रोई व रोहित मोई को मंगलवार को पांच दिन पुलिस की पुलिस रिमांड पर लिया था। स्पेशल सेल की विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धारीवाल व डीसीपी राजीव रंजन लारेंस बिश्रोई से बुधवार को कई घंटे पूछताछ की थी। लॉरेंस बिश्रोई ने पूछताछ में खुलासा किया पंजाब में कुछ दिन पहले उनके गिरोह के सदस्य विक्की मुथूखेड़ा की हत्या कर दी थी।
इस सदस्य की हत्या करने वाले आरोपी सिद्धू मूसेवाला के यहां पर ठहरे थे। इस सदस्य की हत्या का बदला लेने के लिए सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई है। पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई कि सिद्धू मूसेवाला लारेंस बिश्रोई के गिरोह देवेंद्र बंबाही को सपोर्ट कर रहा था। वह अपने हर गाने में देवेंद्र बंबाही व उसके गिरोह का जिक्र कर रहा था। हत्या का कारण म्यूजिक इंडस्ट्री का बिजनेस भी है। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कारण सिद्धू मूसेवाला की हत्या करीब तीन महीने पहले रची गई थी। लारेंस बिश्रोई ने गोल्डी बराड़ से बात की थी और सिद्धू का काम करने के लिए बोला था।
बताया जा रहा है कि लॉरेंस बिश्रोई के निर्देशों को उसके गिरोह के सदस्य पत्थर की लकीर मानते हैं। एक बार लारेंस बिश्रोई ने बोल दिया तो वह काम होना है, चाहे कैसे भी हो। आपको बता दें कि मशहूर पंजाबी गायक, रैपर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की रविवार शाम गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हमलावर दो कारों में सवार होकर आए थे। हत्याकांड को उस समय अंजाम दिया गया, जब सिद्धू अपनी थार गाड़ी से दो साथियों के साथ मानसा के गांव जवाहरके के रास्ते गांव खारा-बरनाला जा रहे थे।
पंजाबी रैपर की सुरक्षा में चार पुलिस गनमैन थे। इनमें से दो सुरक्षाकर्मियों को पंजाब सरकार ने वापस बुला लिया था। वारदात के वक्त दोनों सुरक्षाकर्मी साथ में नहीं थे। सिद्धू हमेशा बुलेटप्रूफ गाड़ी में चलते थे, लेकिन रविवार शाम को वह अपनी थार को खुद चलाकर जा रहे थे। दोनों गाड़ियों में करीब दस शूटर सवार थे और सभी के पास रिवाल्वर और पिस्तौल के अलावा विदेशी एके-47 थी।
हमलावरों ने मूसेवाला की गाड़ी पर सामने और चालक साइड से लगातार गोलियां चलाईं। इस दौरान दो गोलियां मूसेवाला के सिर पर, तीन गोलियां सीने और सीधे हाथ पर गोलियां लगीं, जिससे उनकी थार के अंदर ही मौत हो गई। गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास के लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। वहीं बदमाश हत्या के बाद ललकारे मारते हुए फरार हो गए।