
कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ देश के 40 श्रेष्ठ शिक्षकों में चयनित, दिल्ली में होगा विशेष सम्मान
करनाल, 5 सितम्बर 2025 – करनाल के लिए गर्व का क्षण है कि शिक्षक दिवस के पावन और पुनीत अवसर पर करनाल के दून इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंध निदेशक और हरियाणा के जाने माने शिक्षाविद व सामाजिक कार्यकर्ता कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ को प्रतिष्ठित ‘भास्कर श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान’ हेतु देश के 40 श्रेष्ठ शिक्षकों की प्रतिष्ठित सूची में स्थान मिला है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय चयन प्रक्रिया में 36,770 नामांकन प्राप्त हुए थे, जिनमें से केवल 40 शिक्षकों को शिक्षा एवं राष्ट्र निर्माण में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए चुना गया है।

पूरे देश से चुने गए इन 40 श्रेष्ठ शिक्षकों का सम्मान नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष समारोह में किया जाएगा, जिसमें देशभर से शिक्षाविद् और गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित रहेंगी।
कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ देश के 40 श्रेष्ठ शिक्षकों में चयनित, दिल्ली में होगा विशेष सम्मान : अपने सम्मान पर श्री बाठ ने कहा – “यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं बल्कि यह मेरे सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों और करनाल के पूरे शिक्षक समुदाय और नागरिकों का सम्मान है। मैंने हमेशा समावेशी, मूल्य-आधारित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विश्वास किया है। यह अति वशिष्ठ सम्मान मुझे और अधिक विनम्रता और समर्पण के साथ काम करने की प्रेरणा देगा।”
राष्ट्रीय स्तर की तीन सदस्यीय जूरी – जस्टिस अनिरुद्ध बोस (पूर्व न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय), प्रो. हिमांशु राय (निदेशक, आईआईएम इंदौर) और अरुण चौहान (संपादक, दैनिक भास्कर) – ने गहन मूल्यांकन के बाद विजेताओं का चयन किया।
यह सम्मान न केवल हरियाणा के लिए गौरव की बात है बल्कि श्री बाठ के उन निरंतर प्रयासों को भी रेखांकित करता है, जिनसे वे अपने विद्यार्थियों को नई दिशा देते हुए वंचित वर्ग तक शिक्षा की रोशनी पहुँचा रहे हैं। उल्लेखनीय है की कुलज़िन्दर मोहन बाठ ने निफा संस्था से प्रितपाल सिंह पन्नू के साथ करनाल के विभिन्न झोपड़पट्टीयों में बांस की कक्षाओं में बड़ी संख्या में समाज के वंचित व निर्धन वर्ग के बच्चों को निशुल्क शिक्षा ही नहीं, पुस्तकें व पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध करवा कर शिक्षित किया है।

कुलजिंदर मोहन सिंह बाठ देश के 40 श्रेष्ठ शिक्षकों में चयनित, दिल्ली में होगा विशेष सम्मान :
श्री बाठ की बड़ी उपलब्धी करनाल जेल के बच्चों के लिए शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध करवाना रही, जिसे बाद में हरियाणा सरकार के पायलट प्रोजेक्ट द्वारा हरियाणा की सभी जेलों और बाद में देश भर की जेलों में भारत सरकार द्वारा लागू किया गया, लाखों निरआश्रित जेलों में बंद बच्चे इस मुहिम से लाभान्वित हुए, इसी महान सेवा कार्य के कारण कुलज़िन्दर मोहन सिंह बाठ को चेयरमैन, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा अति प्रतिष्ठित स्वामी विवेकानंद नेशनल स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस अवार्ड्स से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त श्री बाठ द्वारा “बेटी पढ़ायो, बेटी बचायो ” के प्रसिद्ध वाक्य को भी लिखा और प्रतिपादित किया, करनाल में सबसे अधिक संख्या में शिक्षा का अधिकार (आर टी ई ), 134-ए व चिराग योजना के अंतर्गत जरूरतमंद बच्चों को शिक्षित किया। करनाल को स्मार्ट सिटी बनवाने और रैपिड रेल परियोजना को दिल्ली से करनाल तक लाने में भी आपका महत्वपूर्ण योगदान रहा। वर्णन योग्य है की करनाल स्मार्ट सिटी विषय पर म्युनिसिपल कारपोरेशन द्वारा आयोजित नागरिक वर्ग निबंध लेखन प्रतियोगिता में 9000 के लगभग प्रतिभागियों में से कुलज़िन्दर मोहन सिंह बाठ द्वारा प्रथम पुरस्कार और 25000 की धनराशि पुरस्कार स्वरूप जीती, जिसे उन्होंने करनाल विकास निधि में सहयोग हेतु उपायुक्त और मेयर करनाल को भेंट कर दिया।
समाज के विभिन्न क्षेत्रों से गणमान्य व विशिष्ठ लोगों से बधाई संदेशों का आना निरंतर जारी है, जिस हेतु केएमएस बाठ द्वारा सभी को धन्यवाद और आभार ज्ञापित किया है।