ग्रेटर नोएडा. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट या जेवर एयरपोर्ट से जल्द ही फ्लाइट सर्विस शुरू हो सकता है. बताया जा रहा है कि अक्टूबर 2024 तक एयरपोर्ट से यात्रियों को फ्लाइट मिल सकेगी. खास बात यह है कि नोएडा एयरपोर्ट से यात्रियों को सिंगापुर और दुबई के लिए भी डायरेक्ट फ्लाइट की सुविधा मिल सकती है. इतना ही नहीं देश के कई राज्यों के मुख्य शहरों के लिए भी यहां से फ्लाइट सर्विस मिलेगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान सेवा शुरू होने से एयरकनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी.
नोएडा एयरपोर्ट से संचालित होने वाले डोमेस्टिक एयर सर्विस को 2 कैटेगरी में बांटा गया है. जानकारी के मुताबिक, पहली कैटेगरी में मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु समेत 25 जगहों का नाम शामिल है. इस कैटेगरी में उड़ान भरने वाली फ्लाइट को ‘सामान्य’ कैटेगरी में रखा गया है. वहीं दूसरी कैटेगरी ‘क्षेत्रीय’ होगी. इसमें छोटे शहरों के लिए उड़ान भरने वाले फ्लाइट्स शामिल होंगे. पहले फेज में 37 फ्लाइट एयरपोर्ट से शुरू की जाएंगी.
कब शुरू होगा नोएडा एयरपोर्ट?
एक साल से भी कम समय में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट सर्विस शुरू हो जाएगी. एयरपोर्ट पर फरवरी 2024 के अंत तक फ्लाइट की टेस्टिंग और ट्रायल शुरू हो जाएगाा. फिर 30 सितंबर से नियमित तौर पर विमानों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.
नोएडा एयरपोर्ट से मिलेगी इंटरनेशनल फ्लाइट
नोएडा एयरपोर्ट से डोमेस्टिक के साथ इंटरनेशनल फ्लाइट सर्विस भी पैसेंजर्स को मिलेगी. इतना ही नहीं दुबई और सिंगापुर के लिए भी नोएडा एयरपोर्ट से डायरेक्ट फ्लाइट कनेक्टिविटी मिलेगी. अब दुबई और सिंगापुर जाने वाले यात्रियों को फ्लाइट के लिए दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट जाने की जरूरत नहीं, नोएडा से भी अब विमान सेवा मिलने लगेगी. नोएडा एयरपोर्ट से देश के कई शहरों के लिए भी फ्लाइट्स मिलेंगी. वाराणसी, लखनऊ, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलूरु, श्रीनगर, अहमदाबाद, पटना सहित कई अन्य शहरों के लिए विमान सेवा यहां से शुरू की जाएगी.
कार्गो फ्लाइट भी होगी शुरू
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कार्गो फ्लाइट भी शुरू होगी. इससे देश और विदेश में सामानों का सप्लाई किया जाएगा. गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद के जिलों को इसका काफी फायदा होगा. इतना ही नहीं इससे आईजीआई पर यातायात का दबाव कम होगा. बता दें कि जेवर में नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण 1334 हेक्टेयर में किया जा रहा है. एक रनवे के साथ एयरपोर्ट को शुरू किया जाएगा. एयरपोर्ट परिसर में 80 एकड़ में मल्टी मॉडल हब भी डेवलप किया जाएगा. इसके साथ ही मॉर्डन टेक्निक से कोरियर टर्मिनल भी बनाया जाएगा.