करनाल में इस तारीख से शुरू होगी गेहूं और सरसों की खरीद

इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर (ब्यूरो) करनाल , 14 अप्रैल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में सरसों और गेंहू की खरीद को लेकर जिला अधिकारियों और खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की, बैठक में डीसी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि 15 अप्रैल बुधवार से सरसों की खरीद की जाएगी तथा 20 अप्रैल से गेंहू की खरीद का कार्य शुरू होगा।

उन्होंने कहा कि इस बार कोविड-19 की वजह से मण्डियों में भीड़ न लगे इस कारण प्रशासन द्वारा नोटिफाईड 10 अनाज मण्डियों के अलावा विभिन्न स्थानों पर 153 अतिरिक्त खरीद केन्द्र बनाए गए है। सभी खरीद केन्द्रों पर एक दिन में दो शिफ्टों में प्रतिदिन किसान सुबह और शाम को मण्डी में फसल लेकर आ सकते है। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि इस सभी केन्द्रों में आवश्यक प्रबंध कर लिये जायें ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के तहत पोर्टल पर रबी फसल के अंतर्गत किसान गेहूं की फसल का पंजीकरण आगामी 19 अप्रैल तक करवा सकते है। जिन किसानों ने अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया वे किसान अपने गांव से संबंधित सीएससी केंद्र पर जाकर पंजीकरण करवा सकते हैं।

उपायुक्त ने बताया कि सरसों की खरीद का कार्य घरौंडा में हैफेड़ और इंद्री में वेयर हाउस हरियाणा करेगी, इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सरसों से संबंधित 2435 किसानों ने अपना पंजीकरण करवाया है, जिसमें से 800 किसानों का डाटा प्रमाणित किया जा चुका है, इससे संबंधित किसानों को फोन और एसएमएस भी किये है ताकि वे निर्धारित तिथि और समयानुसार संबंधित जगहों पर आ सके। इसमें दो शिफ्टों में खरीद होंगी प्रात: 8 बजे से 2 बजे तक तथा बाद दोपहर 2 बजे से सायं 6 बजे तक समय निर्धारित किया गया है।

उन्होंने बताया कि 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरु की जाएगी। किसान अपनी गेंहूं की फसल का पंजीकरण ऑनलाइन अवश्य करवा लें ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने मे किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। फसल लेकर मंडी में आने वाले किसान प्रशासन के दिशा निर्देशों की अनुपालन करें तथा मुंह को मास्क या कपड़े से ढक कर रखें। किसान मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखें। उपायुक्त ने बताया कि गेहूं की खरीद केवल पंजीकृत किसानों से ली जाएगी, इसलिए किसान 19 अप्रैल तक अपना पंजीकरण फसल एचआरवाईडॉटइन पोर्टल पर स्वयं या संबंधित सीएससी सैंटर से अवश्य करवा लें। पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को उनके पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर गेहूं खरीद का मैसेज भेजा जाएगा । जिसमें गेहूं बेचने हेतू संबंधित मंडी, खरीद केन्द्र, दिनांक व समय का ब्यौरा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान उसी निर्धारित दिन व समय पर निर्धारित मंडी व स्थान पर अपने फसल लेकर जा सकता है।

उन्होंने मार्किट कमेटी के सचिवों को भी निर्देश दिये कि वे फसल बेचने के लिए आने वाले किसानों के लिए पेयजल, साफ- सफाई व अन्य तमाम सुविधाओं का पूर्ण प्रबंध करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के चलते मण्डियों/खरीद केन्द्रों में आने वाले किसानों को कोविड-19 से बचाव के उपाय अपनाने के लिए जागरूक करें । उन्होंने किसानों को अपील की है कि वे अपनी फसल बेचने के लिए आये तब मास्क, सेनिटाईजर का उपायोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखे। उन्होंने कहा कि गेंहू की खरीद से संबंधित 60 हजार किसानों ने अभी तक पंजीकरण करवाया है। उन्होंने सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर मंडियों का दौरा करें तथा अगर कोई कमी है तो उसे दूर करें। उन्होंने डीएफएससी को निर्देश दिए कि वे दो दिन के अंदर-अंदर खरीद से संबंधित मुवमेंट और स्टोरेज प्लान बनाकर उन्हें दें।

उन्होंने सभी एसडीएम को कहा कि वे अपने स्तर पर खरीद की अवधि के दौरान आई कार्ड जारी करें। यह आई कार्ड 3 तरह के होंगे, पहला लाल रंग का कार्ड, जो स्टाफ के लिए होगा। दूसरा पीले रंग का कार्ड जो आढ़ती के लिए होगा और तीसरा कार्ड हरे रंग का होगा जो लेबर के लिए होगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा किसानों को अपने मोबाईल पर आए हुए एसएमएस को दिखाना होगा। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि खरीद की प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए तथा मंडियों में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। पीने के लिए पानी, शौचालय, बिजली की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। मंडी में मास्क और सेनेटाईजर उपलब्ध होने चाहिए तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन होना चाहिए। इस अवसर पर संबंधित एसडीएम और खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

खरीद शुरू होने से पहले नहीं कर सकेगा कोई भी स्टॉक: डीसी निशांत कुमार यादव।

उपायुक्त ने कहा कि गेंहू की खरीद शुरू होने से पहले अगर कोई राईस मिलर अपने प्रागंण के अंदर गेहूं डलवाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए उन्होंने संबंधित उपमंडलाधिकारी को कहा कि अपने-अपने क्षेत्र का दौरा करें और इस तरह की कोई गतिविधि ना होने पाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिस किसान का मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं होगा, उसकी गेंहू नहीं खरीदी जाएगी।

किसानों की सुविधा के लिए बनेगे कॉल सेंटर: डीसी

उपायुक्त ने संबंधित उपमंडलाधिकारियों को कहा कि किसानों की सुविधा के लिए कॉल सेंटर बनाने और इस कॉल सेंटर में रजिस्टर भी मेंटेंन करें तथा ऑपरेटरों की एक टीम तुरंत प्रभाव से गठित कर दे। इसके अलावा मंडियों में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस की व्यवस्था करवाएं और रात में एक चौंकीदार की नियुक्ति भी करें। उन्होंने कहा कि जिस भी जगह पर खरीद हो,वहां पर चारदीवारी गेट हो, जगह समतल हो तथा पक्की हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए।

यमुना के नजदीक लगते किसानों को दिखानी होंगी जमीन जमाबंदी, तभी होगी गेंहू की खरीद।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि यमुना के साथ लगते गांवों के किसान मंडी में गेंहू बेचने आते है तो उन्हें संबंधित नाकों पर अपनी जमीन की जमाबंदी दिखानी होगी, तभी उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने विशेष रूप से डयूटी मैजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए है।

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