बारिश-ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देगी हरियाणा सरकार, यहां दें नुकसान की जानकारी

उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में बीते कुछ जमकर बारिश हुई है। तेज बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ। हरियाणा में गेहूं की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इतना ही नहीं, सरसों, चना, अरहर समेत रबी की दलहनी और तिलहनी फसलें भी बर्बाद हुई हैं। हरियाणा के सभी जिलों में 20 फीसदी से अधिक फसल को नुकसान हुआ है,जबकि अकेले झज्जर जिले में 60 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है।

बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जिन भी किसानों का नुकसान हुआ है, उनको हरियाणा सरकार मुआवजा देगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा विधानसभा में चल रहे बजटसत्र के दौरान आज घोषणा करते हुए कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणासरकार किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मनोहर लाल ने किसानों से आग्रह किया कि वे अपनी फसल के नुकसान की जानकारी ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर तय समय यानी 72 घंटे में दर्ज करना सुनिश्चित करें ताकि खराब हुई फसलों का समय पर मुआवजा उन्हें दिया जा सके।

मौसम विभाग की किसानों को सलाह

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश के किसानों को गेहूं और अन्य रबी फसलों की कटाई में देरी करने की सलाह दी है। किसानों को गेहूं की फसल की सिंचाई बंद करने को भी कहा गया है। आईएमडी ने यह भी कहा कि तेज हवाओं या ओलावृष्टि से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है, खुले स्थानों में लोगों और मवेशियों को चोट लग सकती है, और तेज हवाओं के कारण कमजोर संरचनाओं को आंशिक रूप से नुकसान हो सकता है

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