
सोलन: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन जिले के रडियाली पंचायत में स्वच्छता कैफे (svachchhata Cafe) इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस कैफे में आप केवल एक किलो सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic) देकर घर जैसा भरपेट भोजन कर सकते हैं। दरअसल इस कैफे की शुरुआत हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के अभियान के तहत ग्रामीण विकास विभाग ने की है।
नालागढ़ के बीडीओ विश्व मोहन चौहान ने कैफे खोले जाने के पीछे की कहानी बताते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस कैफे का उद्घाटन ऑनलाइन किया। जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि, पॉलिथीन और सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन के लिए सरकार ने बायबैक पॉलिसी शुरू की है। इसके तहत लोग प्लास्टिक के बदले खाना या अन्य खाद्य पदार्थ ले सकते हैं।
80 रुपय की प्लास्टिक के बदले मिलेगा सरसों का साग, मक्के की रोटी, लस्सी और खीर
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज सोलन जिला के नालागढ़ में स्वच्छता कैफे का शिमला से ऑनलाइन उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य ग्रामीण विकास विभाग ने एक अनूठी प्रयोगात्मक पहल के अन्तर्गत इस स्वच्छता कैफे को खोला है। pic.twitter.com/DnOnspURgE
— CMO HIMACHAL (@CMOFFICEHP) September 17, 2020
इस कैफे में यदि आप 80 रुपये कीमत की प्लास्टिक लाकर देते हैं तो आपको नॉर्मल थाली में सरसों का साग, मक्के की रोटी, लस्सी और खीर मिलेगी।
वहीं इस कैफे में दो अन्य थाली भी हैं, जो कि डीलक्स और सुपर थाली हैं। इनकी कीमत क्रमश: 120 और 180 रुपये है। डीलक्स थाली में सरसों का साग, मक्के की रोटी, मिक्स सब्जी और एक स्वीट डिश दी जाएगी। दूसरी ओर सुपर थाली में पनीर की सब्जी, रोटी, दाल और अन्य व्यंजन है।
कैफे के साथ ही ईरा दुकान भी खोली
ग्राम विकास विभाग ने गरीब महिलाओं को अजीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए स्वच्छता कैफे परिसर में ही ‘हिम ईरा’ दुकान भी खोली है, जिसमें विभिन्न समूहों द्वारा तैयार की गई आयुर्वेदिक औषधीय, गिलोय, पुदीना, नीम की पत्तियों का पाउडर, खजूर के पौधों की झाडू, टोकरियां एवं घर के गेहूं से बना सीरा, जैसे सामान उचित मूल्यों पर बेचने की शुरुआत की है।