मोरबी पुल में क्या खामियां थीं, जिन वजहों से वह टूट गया? बताए जा रहे ये 5 कारण

मोरबी (गुजरात): गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने (Gujarat Morbi Bridge Collapse) के बड़े हादसे के बाद इसका रखरखाव करने वाली कंपनी पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. करीब एक सदी पुराने इस पुल को मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद आमजन के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था और पुल रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया. 100 से ज्‍यादा लोगों की मौत होने की इस दर्दनाक घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है.

वहीं, इसका रखरखाव करने वाली कंपनी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर स्‍टाफ के 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस घटना के बाद बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर ब्रिज में ऐसी क्‍या खामियां थीं, जिनकी वजह से वह टूटकर गिरा और इसका जवाबदेह कंपनी ने क्‍या-क्‍या लापरवाही बरतीं, जिस कारण यह हादसा हुआ.

मोरबी पुल में क्या खामियां थीं? बताए जा रहे हैं ये 5 कारण

पहली खामी : यह रही कि ब्रिज को बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के खोला गया.

दूसरी खामी : प्राइवेट फर्म द्वारा अपर्याप्त पेपर-वर्क को नजरअंदाज किया गया.

तीसरी खामी: नवीनीकरण के दौरान घटिया कार्य किया गया.

चौथी खामी: ब्रिज की क्षमता से ज्यादा टिकट बेचे गए.

पांचवी खामी: ब्रिज की क्षमता 100 लोगों तक का भार सहने की है, लेकिन पुल पर 400 लोगों को जाने की अनुमति है?

खबर लिखे जाने तक मौके पर राहत और बचाव कार्य जारी था और इस हादसे में अभी तक 134 लोगों की जान चली गई है. कई अब भी लापता हैं. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के पांच दल, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के छह दल, वायु सेना का एक दल, सेना की दो टुकड़ियां तथा भारतीय नौसेना के दो दलों के अलावा स्थानीय बचाव दल तलाश अभियान में शामिल हैं. तलाश अभियान रात से चल रहा है.

Advertisement