हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हालात सामान्य करने के साथ-साथ प्रदेश सरकार राजस्व को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक गतिविधियों को वापस पटरी पर ला रही है। एक हजार करोड़ रुपये के बजट के साथ मनरेगा के जरिए इस वर्ष बड़े पैमाने पर विकास कार्य करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र की सहायता से राज्य को मजबूती मिलेगी। वह सीएम मनोहर लाल के मनरेगा की समीक्षा बैठक लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बीते पांच सालों में हर साल मनरेगा के जरिये 350 से 450 करोड़ रुपये तक के काम करवाए जाते रहे हैं लेकिन इस साल लक्ष्य है कि नए कामों को शामिल कर 1000 करोड़ का रोजगार मनरेगा के तहत देंगे। स्कूलों में निर्माण, नदियों की सफाई, वन विभाग के काम और पौधे लगाने आदि में इस वर्ष मनरेगा मजदूरों की मदद ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों में और रियायत मिलने से धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और इससे प्रदेश का राजस्व भी बढ़ेगा। पिछले एक सप्ताह में आबकारी विभाग को 300 से 350 करोड़ रुपये के बीच का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह तहसीलों व उप-तहसीलों में शुरू की गई रजिस्ट्री प्रक्रिया के माध्यम से प्रदेश को करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।