
देश में भले ही कई इलाकों में उपलब्धता की कमी के चलते सामान महंगा मिल रहा हो, लेकिन रिजर्व बैंक की मानें तो देश में महंगाई गिरावट की तरफ बढ़ रही है और अगले कुछ महीनों में काबू में भी आ जाएगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि जहां कुछ चीजों के दाम बढ़ रहे हैं, वहीं कई ऐसे सामान भी हैं जिनकी कीमत में भारी गिरावट देखी जा रही है जो औसन महंगाई को नीचे ही ले जाने का काम कर रहे हैं।
सस्ती हुईं सब्जियां, तेल, अंडे, मांस, मछली, फल, चीनी और दालें
शक्तिकांत दास ने राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि खुदरा महंगाई दर मार्च महीने में 0.7 फीसदी घटकर 5.9 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे महंगाई के आगे घटने के ही संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि महंगाई के आंकड़ों में सब्जियों, अंडे, मांस, मछली, फल, चीनी, दालें और तेल जैसी जरूरी चीजों के दाम में 1.6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
आने वाले दिनों में महंगाई में और गिरावट के आसार
22 जरूरी चीजों के दामों के रोजाना के आंकड़ों का हवाला देते हुए आरबीआई गवर्नर ने बताया कि खाने-पीने की चीजों के दाम 13 अप्रैल तक करीब 2.3 फीसदी बढ़े हैं। हालांकि, प्याज के दाम में कमजोरी आने और मिट्टी के तेल के दाम 24 फीसदी तक घटने के साथ -साथ रसोई गैस के दाम में आठ फीसदी गिरावट से महंगाई आगे भी घटेगी। शुरुआती आंकड़ों को देखते हुए रिजर्व बैंक ने बताया कि महंगाई गिरावट की राह पर है। जनवरी 2020 में अपने शिखर से इसमें अब तक 1.7 फीसदी की गिरावट देखी जा चुकी है। आने वाले दिनों में महंगाई में और गिरावट के आसार हैं।
रिजर्व बैंक दखल देगा
शक्तिकांत दास के मुताबिक सप्लाई में आ रही रुकावट को छोड़ दिया जाए तो मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में महंगाई दर चार फीसदी के नीचे आ जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पूरे सिस्टम पर पैनी नजर रखी जा रही है और जहां कहीं भी जरूरत होगी, रिजर्व बैंक दखल देगा।