
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर वालों का मिनी बुलेट ट्रेन का इंतजार बस अब खत्म होने वाला है. मेरठ से दिल्ली केवल 50 मिनट में पहुंचाने वाले रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) का परिचालन होली से पहले शुरू होने की उम्मी है. हालांकि, अभी यह ट्रेन केवल यूपी में ही दौड़ेगी. सबसे पहले इसे साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर के पैच पर चलाया जाएगा. रैपिड रेल की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. गौरतलब कि वंदे भारत की अधिकतम गति सीमा भी यही है. इसे चलाने के लिए तैयारी लगभग पूरी हो चुकी हैं. अब स्टेशनों पर किराया वसूली के लिए मशीने लगाई जा रही हैं.
रैपिड रेल स्टेशनों पर किराया मेट्रो की तरह ही लिया जाएगा. यानी आपको कार्ड या टोकन के जरिए ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट को पार करना होगा. यात्रियों के पास किराये का तरीका चुनने के विकल्प होंगे. वह ऑनलाइन टिकट बुक कर क्यूआर कोड जेनरेट कर सकेंगे. इसके अलावा मेट्रो कार्ड की तरह नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) या फिर पेपर टिकट में से भी चुनने का विकल्प होगा. वह NCRTC की मोबाइल ऐप से डिजिटल टिकट खरीद सकेंगे. यात्री मेट्रो स्टेशन, बैंक या ट्रांसपोर्ट आउटलेट से NCMC कार्ड खरीद सकेंगे.
कितना होगा किराया
किराये को लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. हालांकि, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रैपिड रेल का किराया 2 रुपये प्रति किलोमीटर होगा. यानी 17 किलोमीटर के पैच के लिए शुरुआत से अंत तक का किराया 34 रुपये हो सकता है. मेरठ से दिल्ली तक का रैपिड रेल का रास्ता 82 किलोमीटर का है. इस हिसाब से दिल्ली-मेरठ तक का रैपिड रेल का करिया 164 रुपये हो सकता है. फिलहाल पहले फेज में रैपिड रेल साहिबाबाद से शुरू होकर गाजियाबाद और गुलदार होते हुए दुहाई पहुंचेगी.
साल के अंत तक बढ़ जाएगा सफर
उम्मीद जताई जा रही है कि साल के अंत तक रैपिड रेल 40 किलोमीटर तक की दूरी तय करने लगेगी. इस रूट पर 30 रैपिड रेल चलाई जाएंगी. हालांकि, पहले फेज के लिए केवल 13 ट्रेनों को ही उतारा जाएगा. ट्रेन केवल 50 मिनट में मेरठ से दिल्ली पहुंचा देगी. इस ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजों, इंटीग्रेटेड एसी सिस्टम, स्टोरेज, महिलाओं के लिए अलग से कोच, वाईफाई, यूएसबी चार्जिंह पोर्ट और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं.