बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने शहर में औचक निरीक्षण कर बाल श्रम में लगे 3 बच्चों को मुक्त करवाया

इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर(ब्यूरो) महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बचपन बचाओ आंदोलन के सहयोग से बाल श्रम के विरूद्घ बीती 1 फरवरी से शुरू हुआ अभियान जारी है जो मास के अंत तक यानि 29 फरवरी तक चलेगा। अभियान के दौरान बाल श्रम से बच्चों को मुक्त करवाने पर जोर दिया जा रहा है।

इसी कड़ी में गुरूवार को जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना रानी ने बचपन बचाओ आंदोलन के स्टेट कोर्डिनेटर पुनीत भार्मा व उनकी टीम के सदस्यों के साथ शहर में कईं दुकानों पर जाकर औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नरेश टी स्टॉल से दो बच्चों तथा न्यू गुरू कृपा छोले भटूरे की दूकान से एक बच्चे को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया।

इस कार्यवाही को लेकर पुनीत भार्मा ने बताया कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से काम करवाना कानूनी अपराध है तथा 14 से 18 वर्ष के बीच की आयु के बच्चे केवल 6 घंटे ही काम कर सकते हैं। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि कोई भी व्यक्ति 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को काम पर ना रखें और बाल शोषण से जुड़ी, इस तरह सूचना को भी महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में दें ताकि बाल श्रम में लगे बच्चों को मुक्त कवाया जा सके ।

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