
Madrasa Killing: हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में एक मदरसे (Madrasa) में हुई 11 साल के बच्चे की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने इस मामले में उसी मदरसे में पढ़ने वाले 13 साल के एक बच्चे को हिरासत में लिया है.
पुलिस का कहना है कि 13 साल के बच्चे ने मदरसे को बदनाम करने के लिए इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. वह मदरसे में पढ़ना नहीं चाहता था. इसीलिए उसने 11 साल के मासूम को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने कहा कि आरोपी लड़के ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं.
13 साल के बच्चे ने दिया खौफनाक वारदात को अंजाम
बता दें कि टेड गांव का रहने वाला 11 साल का बच्चा बीते सोमवार को नूंह के शाह चौखा गांव के मदरसे के अंदर मृत पाया गया था. अब इस मामले में उसी मदरसे में पढ़ने वाले 13 साल के एक बच्चे को पुलिस ने पकड़ा है. फिलहाल आरोपी बच्चे को सुधार गृह भेज दिया गया है.
मदरसे के छात्र ने क्यों की मासूम की हत्या?
वहीं, एसएचओ सतबीर सिंह ने कहा कि मदरसे में छात्र की मौत की जांच की गई. जिसमें पाया गया कि 13 साल के बच्चे ने उसी मदरसे में पढ़ने वाले साथी छात्र की इस वजह से हत्या कर दी क्योंकि वह मदरसे से निकलना चाहता था और स्कूल जाना चाहता था.
पुलिस की जांच में सामने आई ये बात
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि आरोपी छात्र मदरसे में पढ़ना नहीं चाहता था. संस्थान को बदनाम करने के इरादे से उसने एक योजना बनाई थी और 11 साल के मासूम की गला घोंटकर हत्या कर दी. पुलिस ने कहा कि आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया, जिसने उसे फरीदाबाद के सुधार गृह भेज दिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी बच्चे ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने जुमे की नमाज के लिए मदरसे में भारी भीड़ की वजह से अपने साथी छात्र को जान से मारने के लिए शनिवार का दिन चुना.
पुलिस के अनुसार, आरोपी छात्र 11 साल के बच्चे को मदरसे के तहखाने में एक कमरे में ले गया और वहां उसका मर्डर कर दिया है. बाद में उसने मासूम के शव को रेत में दबा दिया.
नूंह के एसपी वरुण सिंगला ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि आरोपी लड़का और मृतक छात्र एक साथ खेलते थे और आपस में एक-दूसरे के साथ अच्छा व्यवहार करते थे.