हरियाणा में हैरानजनक मामला! होली की मस्ती में मशगूल थे सभी, आंखों पर लगाने लगे केमिकल वाले कलर, चली गयी रोशनी

पलवल. रंग में भंग पड़ने वाली कहावत शायद आपने कभी न कभी सुनी होगी. इस बार यह कहावत हरियाणा के पलवल (Haryana Palwal) जिले में सही साबित होती दिखी है. दरअसल यहां लोग होली की मस्ती (Holi Ki Masti) में मशगूल होकर जमकर एक-दूसरे के चेहरे और पूरे शरीर में रंग लगा रहे थे. इसी दौरान कुछ ऐसा हुआ कि होली की मस्ती के बीच लोगों की परेशानी बढ़ गयी. मिली जानकारी के अनुसार पलवल जिले के गांव डकौरा में होली पर्व के दौरान केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने के कारण 25 लोगों की आंखों में जलन व धुंधलापन दिखाई देने लगा.

इसके बाद आनन फानन में लोगों को निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. डॉक्टरों द्वारा आंखों की जांच गई. जांच में पाया गया कि केमिकल युक्त रंगों की वजह से कई मरीजों की आंखों की पुतली तक जल गई और दिखाई देना बंद हो गया. फिलहाल मरीजों का उपचार किया जा रहा है. गांव डकौरा निवासी महेंद्र ने बताया कि गांव में होली खेल रहे थे. बच्चों को जैसी रंग लगा तो आंखों में जलन शुरू हो गई. केमिकल रंगों की वजह से ऐसा हुआ था. बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों के पास आए और आंखों की जांच करवाई

70 प्रतिशत तक जख्मी हो गए थे आंख

उन्होंने कहा कि रंगों में स्पेशल केमिकल का प्रयोग किया गया है, जिसकी वजह से आंखों पर केमिकल का इफेक्ट हुआ है. केमिकल रंग की वजह से आंखों की पुतली अपनी जगह से हिल चुकी है. आंखों में करीब 70 प्रतिशत तक जख्म हो गया है. स्थानीय निवासी वीरेंद्र ने बताया कि होली के पर्व पर रंगों से होली खेलने गए थे. पिचकारी चलाने के बाद आंखों में जलन की शिकायत होने लगी, जिसके चलते आंखों से दिखाई देना बंद हो गया.स्थानीय निवासी प्रताप सिंह ने बताया कि दुल्हंडी पर चौपाल पर होली खेल रहे थे। केमिकल रंग होने के कारण आंखों में इन्फेक्शन शुरू हो गया. आंखें लाल हो गई. आनन फानन में लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर डॉक्टरों द्वारा बेहतर इलाज किया गया है.

मरीजों के आंखों की जल चुकी थी पुतलियां

मॉ फूलवती आई सेंटर के ने बताया कि होली के दौरान केमिकल रंगों का प्रयोग करने से गांव डकौरा के 25 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से करीब 15 मरीजों की आंख ज्यादा खराब थी. 3 मरीजों की पुतली केमिकल रंग की वजह से जल चुकी थी, जिनका उपचार किया गया. फिलहाल 9 मरीज बिल्कुल ठीक हो चुके हैं. रिकवरी होने में अभी तीन से चार दिन लेगेगें. अभी चार से पांच दिन तक धुंधलापन दिखाई देगा.

Advertisement