
फरीदाबाद: कोरोनावायरस का कहर मानव जाति पर तो पड़ ही रहा है लेकिन जानवर भी इससे अछूते नहीं हैं। दरअसल कोरोनावायरस की वजह से रेलवे बंद हुई तो ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर लोगों की आवाजाही बंद हो गई। ऐसे में यहां रह रहे सैकड़ों बंदरों को खाने का संकट हो गया। ऐसे में भूख के चलते चार बंदरों की मौत हो गई। रेलवे पुलिस फोर्स ने इन्हें स्थानीय लोगों की मदद से दफनाया और दूसरे बंदरों के लिए केलों का इंतजाम किया।
मृत बंदर को दफनाने के लिए गड्ढा खोदते हुए युवक।
बता दें कि ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों की तादाद में बंदर रहते हैं। यहां से हररोज साढ़े 14 हजार डेली पैसेंजर आते-जाते हैं। हर आने-जाने वाला इन बंदरों को कुछ न कुछ देकर जाता था। इससे इनकी भूख मिट जाती थी। कोरोनावायरस की वजह से रेल बंद हुई तो पैसेंजर का आना जाना बंद हो गया । जिससे इन बंदरों को खाना मिलना बंद हो गया। इसी के चलते चार बंदरों की मौत भी हो गई।
ये देखकर आरपीएफ के सिपाही हरीश पाल, पास की कॉलोनी के कदीर कुरैशी, कन्हैया, बाबू, संजय, फरियाद, शाहरुख ने इन बंदरों को विधि विधान से दफनाया और फिर 20 दर्जन केले मंगाकर वहां रह रहे बंदरों को खिलाए।