लॉकडाउन में चाइल्ड हेल्पलाइन पर अब तक उत्पीड़न और हिंसा की इतनी शिकायतें

देशभर में लागू 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान बच्चों के खिलाफ उत्पीड़न व हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है। बीते 11 दिनों में चाइल्डलाइन इंडिया हेल्पलाइन पर 92 हजार शिकायतें मिली हैं, जो दिखाता है कि इस अवधि में न सिर्फ महिलाओं, बल्कि बच्चों के खिलाफ भी अत्याचार बढ़ा है।

चाइल्डलाइन इंडिया की उपनिदेशक हरलीन वालिया ने बताया, 24 से 31 मार्च के बीच ‘चाइल्डलाइन 1098’ हेल्पलाइन को पूरे देश से 3.07 लाख शिकायतें मिलीं, इनमें से 30 फीसदी बच्चों के खिलाफ उत्पीड़न व हिंसा को लेकर दर्ज कराई गईं। ऐसी करीब 92,105 कॉल हेल्पलाइन पर आईं।

वालिया के मुताबिक, लॉकडाउन की घोषणा के बाद ऐसी कॉल में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वालिया ने कहा, ये आंकड़े जिलों की बाल संरक्षण इकाइयों के लिए आयोजित कार्यशाला के दौरान साझा किए गए। लॉकडाउन के बाद अन्य जो शिकायतें आईं, उनमें 11 फीसदी शारीरिक स्वास्थ्य, आठ फीसदी बाल श्रम, आठ फीसदी बच्चों के भाग जाने व पांच फीसदी बच्चों के बेघर होने से जुड़ी थीं।

इनके अलावा, 1677 कॉल कोरोना वायरस से जुड़े सवालों को लेकर दर्ज की गईं। वहीं, 237 लोगों ने बताया, वे बीमार हैं और उन्हें मदद की आवश्यकता है। वालिया के मुताबिक, हेल्पलाइन को लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवा घोषित किया गया है।

महिला आयोग को मिली 257 से ज्यादा शिकायतें

हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा बताया था कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा को लेकर आयोग को 24 मार्च से 1 अप्रैल के बीच 257 शिकायतें मिलीं। इनमें से 69 शिकायतें ई-मेल के जरिये प्राप्त हुईं। शर्मा के मुताबिक, घरेलू हिंसा के मामलों इससे ज्यादा हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर महिलाएं इसकी शिकायत करने से डरती हैं।

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