अमेरिका में सिख परिवार की ह*त्या, आरोपी का भाई भी गिरफ्तार, मिटा रहा था सबूत

अमेरिका में सिख परिवार के चार सदस्यों की हत्या करने वाले आरोपी व्यक्ति के भाई को भी इसी अपराध में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.

मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले इस परिवार का 3 अक्टूबर को कैलिफोर्निया में अपहरण कर लिया गया था. परिवार के चारों सदस्यों के शव को इंडियाना रोड एंड हचिनसन रोड के पास एक बगीचे से 5 अक्टूबर को बरामद किया गया था. इस मामले में जिस आरोपी को पहले गिरफ्तार किया गया था, उसको लेकर बताया गया कि वह पहले इसी परिवार के लिए ही काम करता था और उसका परिवार से कोई पुराना विवाद भी था.

मर्सिड काउंटी शेरिफ के प्रवक्ता एलेक्जेंड्रा ब्रिटन ने बताया, ‘आरोपी यीशु मैनुअल सालगाडो का भाई अल्बर्टी सालगाडो को आपराधिक साजिश रचने और इस घटना से जुड़े सबूत मिटाने के आरोप में गुरुवार रात गिरफ्तार किया गया.ये सिख परिवार मूल रूप से भारत के पंजाब राज्य का रहने वाला था. कैलिफोर्निया में उनका ट्रक का कारोबार था. अधिकारियों ने बताया कि परिवार का बंदूक की नोक पर अपहरण किया गया था. इससे जुड़ा एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है.

मरने वालों में 8 महीने की बच्ची भी शामिल

सिख परिवार के मरने वाले चार सदस्यों में आठ माह की बच्ची आरुही धेरी, उसकी मां जसलीन कौर (27), पिता जसदीप सिंह (36) और जसदीप के भाई अमनदीप सिंह (39) शामिल हैं. इस घटना के आरोपी मैनुएल सालगाडो ने हिरासत में लिए जाने से कुछ ही समय पहले आत्महत्या करने की कोशिश की थी. सालगाडो ने सिख परिवार की हत्या की बात कबूल की है. वहीं, सिख परिवार के चार सदस्यों में से एक व्यक्ति की दुखी पत्नी ने कहा, ‘यह अमेरिका में हमारे सपनों के गलत साबित होने की कहानी है.

अमेरिका में गलत साबित हुए सपने

अमनदीप सिंह की विधवा जसप्रीत कौर ने एक गो फंड मीफंडरेजर में कहा कि उनके पति और उनके भाई बीते 18 साल से अमेरिका में रह रहे थे. उन्होंने न केवल कैलिफोर्निया में अपने परिवार बल्कि भारत में अपने बुजुर्ग माता-पिता को भी संभाला हुआ था. परिवार के गो फंड मीपेज पर उन्होंने लिखा, ‘यह अमेरिका में हमारे सपनों के गलत साबित होने की कहानी है. तीन अक्टूबर को हमारे परिवार को हिंसक रूप से हमसे छीन लिया गया.कौर ने कहा कि उनके पति रोज़ाना लोकल फूड बैंक में भोजन दान किया करते थे और स्थानीय गुरुद्वारे में हर रविवार सेवा करने जाते थे. उनकी 9 साल की बेटी और आठ साल का बेटा है.

परिवार के गो फंड मीपेज पर की गई अपील के मुताबिक, दोनों भाई परिवार में कमाने का एकमात्र स्रोत थे और भारत में अपने बुजुर्ग माता-पिता का भी ख्याल रखते थे.अधिकारियों और एक रिश्तेदार ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति पहले उस परिवार के लिए ही काम करता था. इस परिवार के साथ उसका पुराना विवाद था जिसका परिणाम इस हत्याकांड के रूप में सामने आया है.

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