दयाल सिंह कॉलेज में आयोजित किया गया सड़क सुरक्षा नियमो को लेकर कार्यक्रम !

इंडिया ब्रेकिंग /करनाल रिपोर्टर (ब्यूरो ) दयाल सिंह कॉलेज करनाल में एन एस एस यूनिट द्वारा स्वयंसेवकों के लिए सड़क सुरक्षा पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ महावीर प्रसाद ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे  कॉलेज की एनएसएस यूनिट कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सड़क सुरक्षा से लगातार अवगत करवाते रहते हैं इसी कड़ी में हम नुक्कड़ नाटक, नारा लेखन व रैली द्वारा लोगों को भी सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत करवाते रहते है।

              होंडा से रोड  सेफ़्टी राइडिंग से सेफ़्टी इंस्ट्रक्टर दीपा ने हेल्मेट, सीट बेल्ट और रोड सेफ़्टी पर बनी फ़िल्म के माध्यम से स्वयंसेवकों को जागरूक किया।उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन हर ज़िम्मेदार नागरिक को करना चाहिए ताकि हम और हमारा समाज सभी सुरक्षित रह सके।उन्होंने सड़क सुरक्षा सम्बंधित सभी सुरक्षा चिह्नों की जानकारी प्रदान की गई ताकि हम इन नियमों का पालन कर अपनी यात्रा को सुरक्षित रख सके।इसके साथ इन्होंने मोटर वाहन अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराओं की भी जानकारी प्रदान की ताकि हम इन धाराओं की जानकारी से अपने आप और लोगों को भी जागरूक करे।

          कॉलेज प्राचार्य डॉ चंद्रशेखर भारद्वाज ने सड़क सुरक्षा बारे में स्वयंसेवकों को जागरूक करते हुए बताया कि समाचार पत्र, टी.वी. में हर दिन सड़क दुर्घटनाओं की खबरे आती रहती है।कई बार तो पुरे परिवार को अपनी जान गवानी पड़ती है इसलिए सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी सिर्फ हमारी ही नहीं बल्कि अन्य लोगों की भी जान बचा सकती है।यदि हम अपनी जान की सलामती चाहते हैं तो हमें सड़क सुरक्षा सभी नियमों से अवगत होना चाहिए। हमें हमेशा दुर्घटना से देर भली और घर हमारा कोई इंतज़ार कर रहा है को याद रखना चाहिए।

        कार्यक्रम अधिकारी डॉ जय कुमार ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि हमें कभी भी सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए और हमेशा ज़िम्मेदार नागरिक के कर्त्तव्यों को निभाते हुए लोगों को भी नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हमें छोटी उम्र से ही सड़क यातायात और सुरक्षा नियमों को सीखना चाहिए ताकि बड़े होने पर हम अन्य लोगों के लिए आदर्श बन सके।

          कार्यक्रम अधिकारी निधी जास्ट ने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए सड़क सुरक्षा के उपाय वे साधन हैं जो महंगे ट्रैफिक जुर्माना, गंभीर अपराधों, ड्राइविंग लाइसेंसों को हटाने आदि से बचा सकते हैं। पैदल चलने वालों को भी सड़क पर चलने के नियम पता होने चाहिए जैसे कि क्रॉसवॉक का सही इस्तेमाल, जेब्रा क्रॉसिंग का इस्तेमाल आदि।इस कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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