
अंबाला : सुनने में भले ही ये कहानी हम सभी को फिल्मी लगे लेकिन हरियाणा में हाल ही में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। हरियाणा के अम्बाला कैंट की पुरानी अनाज मंडी में मंदिर के बाहर दो साल से भीख मांग रहा युवक करोड़पति निकला। दो बहनों का इकलौता भाई आजमगढ़ का रहने वाला है। उसका वास्तविक नाम धनंजय ठाकुर है, लेकिन मंडी में आने-जाने वाले और स्थानीय लोग उसे जटाधारी कहते थे। धनंजय की बहन नेहा लखनऊ से उसे ले जाने के लिए आई थी। दरअसल, गुरुवार को धनंजय के पैर से खून बहता देख गीता गोपाल संस्था के सदस्य साहिल ने उसे पट्टी बांधने के लिए पास बुलाया। इसी दौरान उससे पूछा- “कहां के रहने वाले हो तुम”।
मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से जगह नहीं बता सका, लेकिन उसे थोड़ा याद आने के बाद उसने एक मोबाइल नंबर बताया। यह नंबर आजमगढ़ में कनेक्ट हुआ। शिशुपाल ने कॉल रीसीव की। इसके बाद साहिल ने धनंजय के बारे में बात की तो पता लगा शिशुपाल युवक के ताऊ हैं। उन्होंने ही युवक का नाम धनंजय उर्फ धर्मेंद्र बताया। धनंजय दो साल पहले घर से गायब हो गया था।
शुक्रवार को धनंजय की बहन नेहा उसे लेने पहुंची। भाई मंदिर के बाहर बैठा था। दाढ़ी और बाल बढ़े हुए थे। बहन को देखते ही धनंजय ने उसे पहचान लिया। बहन के मुंह से सिर्फ यही बात निकली-धमेंद्र तुम्हें भाई का फोन नंबर याद था, तो दो साल पहले फोन नहीं करवा सकते थे। परिवार वालों ने उसे खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। लंबा समय होने के कारण घर वालों की उम्मीद टूट चुकी थी, लेकिन गुरुवार का दिन उन परिवार वालों के लिए खुशियाँ लेकर आया और परिवार का खोया हुआ बेटा मिल गया।