
गांवों में रोजगार देने की दिशा में मनरेगा के तहत लगातार बड़े आंकड़े सामने आ रहे हैं। महज चार दिनों के अंदर करीब 15 लाख नए मजदूरों को काम दिया गया है। राज्य में इस समय 57 लाख से अधिक मनरेगा मजदूर काम पर लगे हैं। इन आंकड़ों के साथ ही उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जहां पर मनरेगा के तहत एक दिन में 57 लाख मजदूर काम पर लगे हैं। दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहां पर 53 लाख मजदूर मनरेगा से रोजगार में जुटे हैं।
चार दिनों पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया था कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा जाए। उसी बैठक के बाद ग्राम्य विकास विभाग ने तय किया था कि मुख्यमंत्री द्वारा सोमवार 15 जून से घोषित रोजगार पखवाड़े के दिन तक 15 लाख नए मजदूरों को मनरेगा से काम दे दिया जाएगा। उस दिन मनरेगा के तहत राज्य में 42 लाख श्रमिक काम पर लगे थे।
उक्त बैठक के बाद 12 जून को मनरेगा के तहत राज्य में 112021 श्रमिक 13 जून को 335385 श्रमिक, 14 जून को 441094 श्रमिक और सोमवार 15 जून को 609686 नए श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम से जोड़ा गया। इन चार दिनों में ही ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों ने 14 लाख 98 हजार 186 नए मजदूरों को काम देने में सफलता हासिल की। ग्राम्य विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह का कहना है कि मनरेगा के तहत अभी और बड़ी तादाद में मजदूरों को काम दिया जाएगा। प्रवासी मजदूरों को भी मनरेगा से रोजगार देने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है।
देश में लगे कुल मजदूरों में से 18 फीसदी मजदूर यूपी में
देश में सोमवार को मनरेगा के तहत काम में लगे श्रमिकों में से 18 फीसदी श्रमिक यूपी में काम पर लगे थे। दूसरे नंबर पर 17 फीसदी मजदूरों के साथ राजस्थान रहा। 12 फीसदी श्रमिकों के साथ आंध्र प्रदेश तीसरे नंबर पर तथा राष्ट्रीय टोटल का 8-8 फीसदी श्रमिक काम पर लगाकर पश्चिमी बंगाल और मध्यप्रदेश संयुक्त रूप से चौथे नंबर पर थे। राष्ट्रीय औसत का छह फीसदी मजदूर बिहार में काम पर लगे थे।
7.47 लाख प्रवासी मजदूर भी मनरेगा से जुड़ चुके हैं
कोरोना संक्रमण के दौर में अपने गांव लौटे प्रवासी मजदूर भी बड़ी संख्या में मनरेगा के तहत काम कर रहे हैं। सोमवार को राज्य में सात लाख 47 हजार 492 प्रवासी मजदूर काम पर लगे थे। इनमें से छह लाख आठ हजार 150 प्रवासी मजदूर ऐसे हैं जिनका पहली बार मनरेगा का जाब कार्ड बना है। एक लाख 59 हजार 392 मजदूरों के जाब कार्ड का नवीनीकरण किया गया है।