Ram Mandir: अयोध्या पहुंची अखंड रजत अग्नि… 25 साल तक नहीं होगी खराब! परमपवित्र स्थान को करेगा प्रकाशित

Ram Mandir: अयोध्या: 22 जनवरी को भगवान राम अपने भव्य महल में रहेंगे. भगवान राम के स्वर्गारोहण की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. कास-वैदिक विद्वान भगवान राम का अभिषेक समारोह करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉडरेटर की भूमिका निभाना चाहते हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 5 किलो चांदी की ये अखंड ज्योति भी अयोध्या पहुंची. उनका नाम श्री राम अखण्ड ज्योति था। जब आप उनकी विशेषज्ञता के बारे में और जानेंगे तो आश्चर्यचकित रह जाएंगे।

दरअसल, राम भक्तों ने अयोध्या राम मंदिर में अखंड जोत के लिए 5 किलो चांदी का दीपक तैयार किया है. अखण्ड जुट पर एक मन्दिरनुमा भवन है। अखंड ज्योति 5 किलो शुद्ध चांदी से बनी है। इस दीपक की खास बात यह है कि आप इस दीपक में एक बार में 1 किलो पानी भर सकते हैं. फिर यह लौ लगातार 72 घंटे तक जलती रहती है। रोशनी भी एक साल तक चलती है।

Ram Mandir

Ram Mandir: 18 गेज चांदी का उपयोग किया गया।


रामभक्त शैलेन्द्र सोनी ने बताया कि दीपक बनाने में एक माह का समय लगा। इसे 10 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया. जहां तक ​​लागत की बात है तो इसकी कीमत 5 हजार रुपये से ज्यादा है. इसकी स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए इसका निर्माण 18 स्टर्लिंग चांदी का उपयोग करके किया गया था। इसे 25 साल तक सिर्फ साफ करने की जरूरत है।

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क्या है अखंड ज्योति की खासियत?

Ram Mandir ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा, अखंड ज्योति अग्नि प्रज्वलित करने के लिए भगवान राम मंदिर पहुंची। 5 किलो चांदी से बना है. इस अखंड ज्योति में राम मंदिर का आकार भी देखा जा सकता है और इसे राम मंदिर में रखा गया है। इस अखंड ज्योति का उपयोग सात दिनों की पुराण प्रतिष्ठा पूजा और आराधना के दौरान और उसके बाद जब भगवान राम को बैठाया जाता है तब किया जाता है। इसीलिए यह अखंड ज्योति वहां रखी हुई है।

Ram Mandir: बालाजी महाराज से मिली प्रेरणा

रतलाम मध्य प्रदेश से पहुंचे राम भक्त शैलेंद्र सोनी ने बताया कि हमें बालाजी महाराज से प्रेरणा मिली. इसके बाद हमने 5 किलो चांदी से निर्मित अखंड ज्योति का निर्माण कराया. जिस शुद्ध चांदी से निर्मित किया गया है. एक बार में इसमें 1 किलो देसी घी डाल सकते हैं. इतना ही नहीं दीपक जलाने के बाद जो ब्लैक धुआं निकलता है. वह इसके अंदर ही रहेगा. बाहर नहीं जाएगा. इस अखंड ज्योति को राम मंदिर का स्वरूप दिया गया है

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