कमाई बढ़ाने के ल‍िए रेलवे का बड़ा फैसला, सीन‍ियर स‍िटीजन को म‍िलेगी क‍िराये में छूट!

भारतीय रेलवे की तरफ से व‍ित्‍तीय वर्ष 2022-23 में कमाई के प‍िछले र‍िकॉर्ड को तोड़ द‍िया गया है. रेलवे की तरफ से जारी क‍िए गए कमाई के आंकड़ों में यात्री क‍िराये और माल ढुलाई से होने वाली कमाई दोनों के ही आंकड़ों में इजाफा हुआ है. कमाई के आंकड़ों को और बढ़ाने के ल‍िए रेलवे की तरफ से बड़ा न‍िर्णय ल‍िया गया है. इस फैसले के अनुसार रेलवे ने ढुलाई में ह‍िस्‍सा बढ़ाने और इनकम बढ़ाने के ल‍िए 84,000 बोगियों के ऑर्डर द‍िए हैं. यह जानकारी रेल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश की तरफ से दी गई है.

माल ढुलाई में हिस्सेदारी बढ़ाने का लक्ष्‍य

रेलवे की कमाई बढ़ने पर आने वाले द‍िनों में सीन‍ियर स‍िटीजन को क‍िराये में म‍िलने वाली छूट को फ‍िर से बहाल क‍िया जा सकता है. रेलवे ने साल 2030 तक माल ढुलाई में हिस्सेदारी बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने का लक्ष्‍य रखा है. इसके ल‍िए इस साल करीब 84,000 बोगियों का ऑर्डर दिया गया है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. रेल राज्यमंत्री ने उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा कि रेलवे को इस साल 150 करोड़ टन की अपनी सर्वोच्च वहन क्षमता हासिल करने की उम्मीद है.

27 से बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने का लक्ष्य

रेल राज्‍य मंत्री ने कहा क‍ि रेलवे ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल आमतौर पर थोक सामान ले जाने के ल‍िए होता रहा है. लेकिन अब सड़क के रास्ते पहुंचाए जा सकने वाले कई प्रोडक्‍ट की कंटेनरों में रेल के जरिये ढुलाई की जा रही है. जरदोश ने कहा, ‘इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए माल ढुलाई में रेलवे की हिस्सेदारी को 2030 तक 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए मूल रूप से चार चीजों- ट्रैक उपलब्धता, बोगी एवं रैक, टर्मिनल की उपलब्धता के अलावा विभिन्न ढुलाई योजनाओं की जरूरत होगी.

उन्होंने कहा कि सरकार ने बीते आठ सालों में इन सभी बिंदुओं पर जोर दिया है. 2014 से 2021-22 के बीच सात किलोमीटर प्रतिदिन के हिसाब से रेल ट्रैक की मंजूरी दी जाती रही और अब यह बढ़कर 12 किलोमीटर प्रतिदिन हो चुका है. उन्होंने कहा कि तेज रफ्तार से पूरी हो रही परियोजनाएं देश के हर हिस्से को जोड़ने का काम करेंगी. उन्होंने बताया कि समर्पित माल ढुलाई गलियारे का काम भी 61 प्रतिशत पूरा हो चुका है. इसके पूरी तरह बन जाने पर माल ढुलाई काफी तेज हो जाएगी.

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