
यमुनानगर:बिलासपुर ब्लाक समिति के 25 सदस्यों में से 18 सदस्य चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के खिलाफ बहुमत साबित करने के लिए तीसरी बार लघु सचिवालय पहुंचे। सोमवार को ए.डी.सी. नहीं थे। लिहाजा 18 सदस्य वापस लौट गए। सचिवालय में सदस्यों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन दबाव में हैं। उनका कहना है कि इसी कारण से ए.डी.सी. छुट्टी चले गए। वे बहुमत साबित करने आए थे। अधिकारी के न होने के कारण उनका बहुमत साबित नहीं हो पाया।
सदस्यों का आरोप है कि इससे पहले 3 और 13 दिसम्बर को भी वे बहुमत साबित करने आए थे। तब भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। सचिवालय में पहुंची ब्लाक समिति सदस्य शहरीन, सरीना खातून, राजेन्द्र कुमार, गुरमेल सिंह, कर्मवीर, मनीष, सलेश कुमारी, रिम्पल, सपना देवी, अशोक कुमार, ममता देवी, सतीश कुमार, रविन्द्र कुमार, नायब सिंह, जगदीश कुमार, दलबीर सिंह, उषा रानी ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर रहा है
42 दिन में चेयरमैन और वाइस चेयरमैन को या तो हटाना था या फिर बनाना था। दोनों ही काम जिला प्रशासन ने नहीं किए। इससे पूर्व सदस्यों ने घंटों इंतजार किया और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।बहुमत की अगुवाई कर रहे सदस्य योगेश मेहंदीरत्ता व सहरीन ने बताया कि उन्होंने 27 नवम्बर को हाई कोर्ट के आदेश जिला प्रशासन को दे दिए थे। 28 नवम्बर 2019 को पत्र प्राप्ति का उनके पास सबूत है। इन आदेशों के मुताबिक 42 दिन में चेयरमैन को बनाना था या हटाना था।
9 जनवरी को ये प्रक्रिया पूरी होनी है लेकिन इससे पहले सप्ताह का नोटिस देना होता है, यानी यह नोटिस 2 जनवरी को दिया जाना था, लेकिन नहीं दिया गया। यदि प्रशासन अब भी नोटिस देगा तब भी 13 जनवरी के बाद ही आदेशों की पालना हो पाएगी। इनका कहना है कि सत्ता पक्ष के दबाव के कारण मामले को लटकाया जा रहा है। इनका तो यहां तक आरोप है कि योजना बनाई जा रही है कि कुछ सदस्यों को शिकायतों के आधार पर सस्पैंड किया जाए, ताकि दूसरे पक्ष का बहुमत साबित हो जाए।