इसके शिलान्यास के लिए राज्य सरकार से बातें की जा रही हैं। अधिकारियों का दावा है कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो इसी महीने इसका शिलान्यास किया जा सकता है। इसके बाद इसे डेढ़ से दो साल में बनाकर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे हाईवे पर परिचालित हो रहे करीब 50 हजार वाहनों का आवागमन सुगम हो जाएगा। उन्हें फरीदाबाद-आगरा और आगरा- फरीदाबाद-दिल्ली का आवागमन सुगम हो जाएगा। इससे उन्हें काफी राहत मिलेगी और दिन व दिन बढते हादसे पर भी विराम लगेगा। क्योंकि यातायात पुलिस के अनुसार सिकरी चौराहा ब्लैक स्पॉट निर्धारित है और यहां पिछले साल हुए लगभग 22 हादसों में 11 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लिहाजा फ्लाईओवर के निर्माण से इस पर काफी हदतक रोक लगेगी।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) का कहना है कि नेशनल हाइवे सिक्स लेन प्रॉजेक्ट के तहत शहर के बीच सभी व्यस्त चौराहों पर फ्लाईओवर बन चुके हैं। एनएचपीसी, मेवला महराजपुर, बडख़ल, ओल्ड फरीदाबाद, बाटा और बल्लभगढ़ फ्लाईओवर को आम लोगों के लिए चालू कर दिया गया है। बदरपुर बॉर्डर से बल्लभगढ़ तक का सफ र तो आसान हो चुका है, लेकिन बल्लभगढ़ से आगे सीकरी गांव में परेशानी बनी हुई है।

लोगों को जाम झेलना पड़ता है और यहां हादसे भी बहुत होते हैं। इसे देखते हुए हाइवे सिक्स लेन प्रॉजेक्ट में सीकरी पर फ्लाईओवर बनाने को लेकर मंजूरी मिल गई है। अब वर्क के शिलान्यास करने की तैयारी की जा रही है। अक्सर लगता है हाईवे पर जाम: हाईवे पर सिकरी गांव में अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वर्किंग डे में आलम यह रहता है कि लोगों को 5 मिनट के सफ र को तय करने में आधेे घंटे से भी ज्यादा वक्त लग जाता है। अधिकारियों का कहना है कि इसका मुख्य कारण हाईवे किनारे अतिक्रमण है। लेकिन कुछ महीनों बाद लोगों को इन सभी से निजात मिल जाएगी।