
गुरुग्राम से शुरू हुई 14 नई बसें गुरुवार सुबह अंबाला शहर स्थित रोडवेज वर्कशॉप पहुंचीं। यहां बसों की विधिवत पूजा की गई। इसके बाद रोडवेज कर्मचारियों ने प्रसाद के रूप में लड्डू बांटकर नई बसों के आने का जश्न मनाया।
अश्वनी डोगरा, महाप्रबंधक, हरियाणा रोडवेज अम्बाला डिपो भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि नई बसों के शामिल होने से अंबाला डिपो में यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी।
नई बसें लंबे रूटों पर चलाई जाएंगी ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के आराम से सफर कर सकें। बसों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यात्रियों को सीट पर बैठने के दौरान ज्यादा जगह मिले और वे सीट के नीचे अपना सामान भी आसानी से रख सकें।
मौजूदा समय में हरियाणा रोडवेज अंबाला डिपो की करीब 152 बसें चल रही हैं। इसके अलावा किलोमीटर योजना के तहत 20 बसें चल रही हैं। अब 14 नई बसें जुड़ जाने से अंबाला डिपो में बसों की संख्या 172 से बढ़कर 186 हो गई है।
544 ड्राइवर-ऑपरेटर है
वर्तमान में अंबाला डिपो में कार्यरत चालक व परिचालकों की संख्या 544 है। इसमें चालकों की संख्या 268 व परिचालकों की संख्या 276 है। सभी की ड्यूटी रोस्टर सिस्टम के अनुसार लगाई गई है, वहीं कुछ चालक व परिचालकों की तैनाती की गई है। आपात स्थिति के लिए। डिपो में ही तैनात हैं।
19 से 20 लाख का रेवेन्यू मिलता है
एक में अंबाला डिपो को 19 से 20 लाख रुपए राजस्व के रूप में मिलते हैं। कई बार यह आंकड़ा एक या दो लाख तक भी पहुंच जाता है। रोडवेज के बेड़े में शामिल 172 बसों में अकेले 150 बसें अंबाला छावनी बस स्टैंड से अलग-अलग राज्यों की ओर चलती हैं।
इलेक्ट्रिक और लग्जरी बसें भी शामिल होंगी। इको-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक और लग्जरी बसें चलाने की भी योजना है, जो मार्च तक रोडवेज के बेड़े में शामिल हो सकती हैं। इलेक्ट्रिक बसों का संचालन स्थानीय रूटों पर और लग्जरी बसों का संचालन दिल्ली और जयपुर जैसे रूटों पर किया जाएगा।