
गर्मियों में किचन का राजा नींबू ने अभी से ही लोगों को रुलाना शुरू कर दिया है. पिछले कुछ दिनों से नींबू के भाव सुन लोग चौंकने लगे हैं. दिल्ली की बात करें तो जनवरी महीने में 80 से 100 रुपये किलो मिलने वाला नींबू अब 150 से 170 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. वहीं, बता दें कि नींबू की सबसे ज्यादा डिमांड गर्मियों में होती है और बाजार में नींबू का भाव बीते एक हफ्ते के दौरान बढ़ गया है.
थोक मार्केट में कीमत बढ़ते ही रिटेल मार्केट में भी नींबू की कीमत बढ़ गई है. दो महीने पहले बाजार में 10 रुपये में 3 से 4 नींबू मिल जाता था, लेकिन अब इतने रुपये में दो नींबू ही मिल रहा है. वहीं, अच्छा नींबू 10 रुपये में दो मिल रहा है. रिटेल मार्केट में बड़े-बड़े और देखने में शानदार नींबू अब 10 से 15 रुपये में 1 मिल जाता है. वहीं, औसत साइज के नींबू 10 रुपये में दो से तीन मिल रहे हैं.
क्या कहते हैं व्यापारी
आजादपुर सब्जी मंडी के व्यापारी वरुण चौधरी न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, बाजार में नींबू नहीं है. नींबू की आवक पिछले कुछ दिनों से पहले की तरह थी, लेकिन बाजार में डिमांड बढ़ गई है. बाजार में खपत के हिसाब से नींबू की सप्लाई नहीं हो रही है. आजादपुर मंडी में करीब एक माह पहले 60-70 रुपए किलो भाव पर नींबू मिला करता था, लेकिन अब नींबू तीन गुना से भी ज्यादा कीमत में मिल रही है.
क्या कहना है खरीददार का
गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर में रहने वाले पूजा कौशिक कहती हैं, ‘नींबू की बढ़ती कीमत ने चिंता बढ़ा दी है. हमलोग साहिबाबाद सब्जी मंडी से नींबू खरीद कर लाते हैं. बीते कुछ दिनों से यहां पर भी नींबू के दाम में इजाफा हो गया है. अगर यही स्थिति रही तो मई-जून के बाद लोगों के सामने 200 रुपए किलो से भी अधिक दाम पर नींबू खरीदने की चुनौती होगी.’
गौरतलब है कि गुजरात में नींबू का सबसे ज्यादा पैदावार होता है, लेकिन तीन साल पहले यहां तेज चक्रवात आने से नींबू के पेड़ गिर गए थे.नींबू का सबसे बड़ा निर्यातक भावनगर में 80 फीसदी पेड़ तूफान की चपेट में आ गए थे. नींबू के पेड़ बड़े होने और फसल देने में समय लेते हैं. ऐसे में नींबू की फसल नष्ट होने से आवक कम होती गई और गर्मी की दस्तक के साथ ही खपत में तेजी आ गई. इसलिए नींबू के भाव देश के कई शहरों में अभी से हीं आसमान छूने लगे हैं.