
नई दिल्ली. अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ की ओर से इंडियन बैंक एसोसिएशन को भेजे गए एक पत्र में काम के घंटों में इजाफा करने की बात कही गई है. कर्मचारियों की मांग है कि कि उन्हें हफ्ते में 2 दिन की छुट्टी मिले जिसके लिए वह हर दिन (5 दिन) 30 मिनट अतिरिक्त काम करने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि इसके लिए सुबह काम शुरू करने के समय को 30 मिनट पहले किया जा सकता है. इसके अलावा कस्टमर केयर सर्विस या नॉन कैश ट्रांजेक्शन को भी हर दिन 30 मिनट बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है.
प्रस्तावित प्लान के अनुसार, बैंक की कार्यवाही सुबह 9.45 बजे की बजाय 9.15 बजे पर शुरू हो जाएगी और शाम को अपने निर्धारित समय 4.45 बजे तक चलेगी. कैश ट्रांजेक्शन के समय को 9.30-1.30 बजे और फिर 2-3.30 बजे तक किया जाएगा. वहीं, नॉन-कैश ट्रांजेक्शन 3.30 बजे से लेकर 4.45 बजे तक होगा.
पहले ठुकराई जा चुकी है मांग
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने बताया कि वह काफी दिनों से 5 दिन का वर्क वीक करने की मांग कर रहे हैं लेकिन इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) को यह मंजूर नहीं था. उन्होंने कहा कि पिछले साल जब एलआईसी को इसकी मंजूरी मिल गई तो एक बार फिर यह मांग उठाई गई और इस बार आईबीए ने पूछा कि 2 शनिवार को नहीं हुए कम काम की भरपाई कैसे होगी. बकौल वेंकटचलम, “हम हर दिन काम के समय में 30 मिनट बढ़ाने पर राजी हुए हैं. हम आशा करते हैं कि आईबीए, सरकार और आरबीआई इस पर सहमत होंगे.”
आईबीए ने वेतन बढ़ाने का दिया था प्रस्ताव
कर्मचारी संघ द्वारा काम के दिन घटाने की मांग कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान की गई थी.
आईबीए ने इस मांग को खारिज कर दिया था और कहा था कि कर्मचारियों के वेतन में 19 फीसदी का इजाफा किया जा सकता है. आपको बता दें कि फिलहाल बैंक कर्मचारियों का हर महीने दूसरे व चौथे शनिवार को अवकाश होता है. अगर कर्मचारियों की मांग को मान लिया जाता है तो हर उन्हें बैंक में हर दिन 7.30 घंटे काम करना होगा. इस तरह से ग्राहकों को भी अपना काम निपटाने के लिए अतिरिक्त आधे घंटे मिलेंगे. हालांकि, जो लोग शनिवार को अपना काम निपटाया करते थे उनके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है.