
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) कथित तौर पर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर टोल संग्रह के लिए ‘भुगतान प्रति सड़क उपयोग’ प्रणाली शुरू करने और ‘निश्चित टोल’ प्रणाली को बंद करने की योजना बना रहा है। नई कर व्यवस्था लागू होने के बाद वाहन चालकों को केवल उतनी ही दूरी का भुगतान करना होगा, जितनी दूरी उन्होंने तय की है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि नई प्रणाली में टोल बूथों की आवश्यकता नहीं होगी और स्वचालित कैमरों से कर स्वचालित रूप से एकत्र हो जाएगा, जो वाहनों को पहचानने में सक्षम हैं।
नई व्यवस्था अगले छह महीने में शुरू होने की संभावना है। हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया है कि एक्सप्रेसवे के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडिंग कैमरे लगेंगे। वाहन चालकों से तय किलोमीटर के आधार पर शुल्क लिया जाएगा। 2022 में केंद्रीय राजमार्ग और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने टोल संग्रह के लिए ANPR कैमरों के उपयोग की घोषणा की और कहा कि इसे जल्द ही द्वारका एक्सप्रेसवे पर पेश किया जाएगा।