अब रेलवे कर्मचारी भी बनेंगे अग्निवीर, पूछताछ और टिकट काउंटर पर होंगे प्राइवेट कर्मचारी

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग काउंटर और पूछताछ काउंटर पर निजी कर्मचारी रखने का निर्णय लिया है. इससे पहले लखनऊ मंडल में भी 9 Railway स्टेशनो पर निजी कर्मचारियों को तैनात किया  गया था. अब भारतीय रेलवे ने वाराणसी मंडल मे भी 7 स्टेशनों पर Private कर्मचारी रखने का फैसला लिया है. इनमें 17 स्टेशनों पर टिकट बुकिंग एजेंट के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है. जल्द ही वाराणसी में भी निजी कर्मचारियों की तैनाती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.

Ticket बुकिंग एजेंट का कार्यकाल होगा 3 साल

भारतीय रेलवे के द्वारा तैयार योजना के अंतर्गत प्रारंभ में छोटे स्टेशनों को शामिल किया जाएगा. पहले चरण में जहां पर निजी कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा वहां पर फिलहाल रेलकर्मी ही तैनात हैं. स्टेशन पर Ticket बुकिंग एजेंट का कार्यकाल 3 वर्ष का होगा, कार्यकाल पूरा होते ही रेलवे को फिर से नए व्यक्ति को तैनात करने का अधिकार होगा. रेलवे ने अपने खर्चों को कम करने के लिए NE रेलवे प्रशासन स्टेशन के परिचालन और महत्वपूर्ण पदों को छोड़कर सभी कार्यों को आउटसोर्सिंग के द्वारा करवाया जाएगा.

टिकट प्रदान करने के लिए होंगे निजी कर्मचारी

बता दे कि रेल Union के सदस्य किए गए इस कर्मचारियों के निजीकरण का काफी विरोध कर रहे हैं. वहीं यात्रियों को ट्रेन टिकट भी ऑनलाइन सॉफ्टवेयर माध्यम से दिया जाएगा. परंतु यह टिकट प्रदान करने वाले Private कंपनियों के ही अधिकारी होंगे. फिलहाल रामनाथपुर, भाटपार, कप्तानगंज, सलेमपुर, पडरौना, ओड़िहार रेलवे स्टेशनों पर निजी कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी.

रेल प्रशासन के द्वारा नहीं दिया जा रहा ध्यान

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने कहा कि हम रेलवे द्वारा लागू इस योजना का विरोध करते हैं. उनका कहना है कि इस तरह से तो कोई जवाबदेही ही नहीं रह जाएगी. क्योंकि एक सरकारी कर्मचारी बड़ी ईमानदारी और लगन से कार्य करता, उसे डर रहता है की अगर वह जरा सी भी लापरवाही बरतेगा तो सीधे उसकी नौकरी जा सकती है. उसके बाद उन्होंने कहा कि पूछताछ और लगेज रूम के लिए भी प्राइवेट  कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी लेकिन अब टिकट खिड़कियों पर ही दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पुरजोर विरोध के बावजूद भी प्रशासन पर कोई कोई कदम नहीं उठा रहा.

 

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