
फतेहाबाद: प्राचीन समय से चले आ रहे लड़का लड़की के भेदभाव को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं सरकार के द्वारा बेटियों के लिए शिक्षा से लेकर शादी तक के लिए विभिन्न योजनाएं चला रखी है. अब सरकार के द्वारा बेटी के जन्म पर भी एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. जिसमें प्रशासन की Team बेटी के जन्म पर उनके घर वालों को मिठाई का डिब्बा और और 1100 रुपए बधाई के रूप में देगा.
मिठाई के डिब्बे के साथ देंगे 1100 रुपए
बता दे कि पिछले कुछ सालो से प्रदेश में लिंगानुपात घटता बढ़ता रहा है. वहीं अगर अकेले फतेहाबाद जिले की बात की जाए तो यहां पर भी लिंगानुपात ऊपर नीचे होता रहता था, लेकिन पिछले 3 महीने में लिंगानुपात पहले की अपेक्षा बेहतर स्थिति में आ रहा है. फतेहाबाद June महीने मे लिंगानुपात में प्रथम स्थान पर रहा. यह स्थिति ऐसी ही बनी रहे इसके लिए जिला प्रशासन ने इस सराहनीय योजना को शुरू किया है. इसके तहत 1 October से जिस घर में बेटी पैदा होगी वहां पर प्रशासन के सदस्य उसके घर जाकर उसे मिठाई का डिब्बा और 1100 रूपये देकर बधाई देगे.
महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की लगाई Duty
जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की Duty लगाई है कि जिस घर में बेटी जन्म लेती है, उनके घर जाकर बेटी के माता-पिता को केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही शिक्षा संबंधी योजनाओं के बारे में उनको जानकारी दें, और गर्भवती महिलाओं पर निगरानी रखें ताकि जिस घर में बेटी पैदा होती है उसका पता चल सके. इसके बाद टीम बेटी पैदा होने वाले घर में जाकर उनको मिठाईयां दे और गीत महोत्सव का आयोजन करें. इस तरह लोगों की सोच में बदलाव होगा और उन्हें समझ आएगा कि बेटियां बोझ नहीं होती. जिला प्रशासन ने आंगनवाड़ी वर्करों और शहरों को गांव में सर्वे के लिए लगाया गया था.
वर्ष लिंगानुपात वर्ष लिंगानुपात
2015 : 894 2019 : 924
2016 : 923 2020 : 937
2017 : 912 2021 : 898
2018 : 893 2022 : 987
वर्ष 2022 में लिंगानुपात
Month Boy Girl लिंगानुपात
जनवरी 741 700 944
फरवरी 761 696 914
मार्च 698 671 961
अप्रैल 524 546 1041
मई 589 641 1088
जून 537 542 1009
बेटियों को नहीं देते बेटे के बराबर का दर्जा
फतेहाबाद जिले के उपायुक्त जगदीश शर्मा ने बताया कि कुछ लोग बेटियों को बोझ समझते हैं, उन्हें बेटे के बराबर का दर्जा नहीं देते, और बेटियों को जन्म के समय ही उन्हें मरवा देते हैं. इसलिए इन सब से बेटियों को बचाने के लिए प्रशासन ने एक योजना चलाई हैै. जिसकेेेे तहत अक्टूबर से जिस घर में बेटी पैदा होगी, वहां इससे एक उत्सव की तरह मनाया जाएगा, और जिला प्रशासन की टीम की तरफ से एक मिठाई का डिब्बा और 1100 रूपये बधाई के रूप में दिए जाएंगे.