
लॉक डाउन के दौरान करनाल जिला में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि० ने शुरू की मोबाईल फ्यूल सर्विस, उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय से मोबाईल सर्विस वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, अच्छी पहल कहकर सराहना की।
इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर(ब्यूरो) करनाल 7 अप्रैल, लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में कम्पनियां भी पीछे नहीं, जो कईं तरीको से लोगों की जरूरतें पूरी कर रही है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लि० ने मोबाईल फ्यूल पम्प से इसी तरह की एक सेवा शुरू की है, जो सराहनीय है। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को लघु सचिवालय के परिसर से चलते-फिरते ईंधन पम्प को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मोबाईल पम्प शहर और गांव में ट्रैक्टर व कम्बाईन जैसी मशीनरी के साथ-साथ उद्योगों व निजी अस्पतालों में लगे जेनरेटर सेट को भी डीजल उपलब्ध करवाएगा। इस सेवा के लिए उपायुक्त ने मोबाईल फ्यूल पम्प सर्विस के डायरेक्टर दिलप्रीत सिंह और एसिस्टैंट मैनेजर विपिन कुमार को धन्यवाद दिया और इसे कम्पनी का एक सराहनीय कदम बताया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात के साथ-साथ फसल कटाई का समय भी आ गया है। लॉक डाउन में मशीनरी खासकर ट्रैक्टर व कम्बाईन को डीजल की ज्यादा जरूरत रहेगी। चलते-फिरते पम्प से उनकी लोकेशन पर ही डीजल उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि उनका काम ना रूके। उन्होंने कहा कि आईओसीएल करनाल जिला में इस तरह के चार चलते-फिरते पम्प से सेवाएं दे रहे है, जो अच्छे खासे एरिया को कवर कर सकेंगे।
अच्छी बात ये है कि पैट्रोल पम्प के रेट पर ही डीजल के रेट तय है, कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं। कोई भी व्यक्ति अपनी मशीनरी के लिए कम से कम 100 लीटर और अधिक्तम के तहत अपनी मांग अनुसार तेल ले सकता है। फुल पम्प की कैपेसिटि 6 हजार लीटर की है। संतुष्टि के लिए तेल की मात्रा और रेट मोबाईल पम्प में आधुनिक तकनीक से डिस्पले रहते है।
मोबाईल फ्यूल पम्प के डायरेक्टर दिलप्रीत सिंह ने इस सेवा की विशेषताएं बताई। उन्होंने कहा कि उपर बताए गए किसान व अन्य औद्योगिक यूनिट गुगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर के माध्यम से अपने मोबाईल में फ्यूल हमसफर ऐप डाउनलोड करके डीजल का ऑर्डर कर सकते है, समय रहते उनकी जरूरत पूरी की जाएगी। कैश, क्रेडिट कार्ड, पेटीएम यानी डिजीटल मोड से पेमेंट की जा सकती है। किसानों के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि चार-पांच किसान समूह में ऑर्डर कर सकते है और एक दिन पहले करें तो ज्यादा अच्छा है। जरूरतमंदों की सुविधा के लिए 76450-76450 हेल्प लाईन नम्बर भी है। डीजल उपलब्ध करवाने के बाद कितनी मात्रा और राशि का डीजल लिया, उसकी बिल यानी पर्ची निकलेगी। एक और खास बात है कि जीयो ग तकनीक के चलते ऑर्डर मिलने के बाद मोबाईल पम्प जब तक अपनी लोकेशन पर नहीं पहुँचेगा, बीच रास्ते पर ये काम ही नहीं करेगा।