जरूरतमंद को घर-घर भेजा जरूरी कच्चा सामान :- डीसी निशांत कुमार यादव

एडोप्ट ए फैमिली स्कीम लॉक डाउन में करनाल के प्रभावित लोगों के लिए बनी वरदान, जरूरतमंद को घर-घर भेजा किट बनाकर जरूरी कच्चा सामान, जिले के करीब 400 लोगों ने एडोप्ट किये परिवार, लॉक डाउन का हुआ दृढ़ता से पालन:-डीसी निशांत कुमार यादव।

इंडिया ब्रेकिंग / करनाल रिपोर्टर (ब्यूरो) करनाल 10 अप्रैल, कोविड-19 के कारण देश में लॉक डाउन किया गया, इस लॉक डाउन से प्रभावित होने वाले नागरिक, गरीब व जरूरतमंद भूखा ना सोए, इसके लिए करनाल जिला के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने नगर वासियों से एडोप्ट ए फैमिली यानी एक परिवार गोद लेने की स्कीम सुझाई। उपायुक्त की इस अपील को नागरिकों व अन्य समाज सेवियों ने हाथों-हाथ लिया, देखते ही देखते करनाल के करीब सैंकड़ों समाज सेवियों ने 64 लाख रूपये इस स्कीम में देकर करीब 15 हजार परिवारों को गोद लिया। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी अपनी प्रेसवार्ता में करनाल जिले के इस सराहनीय प्रयास की प्रशंसा की है।

स्कीम के अनुसार इन परिवारों को प्रति सप्ताह के लिए जरूरी राशन, जिसमें चावल, आटा, दाल, आलू, खाना पकाने का तेल, चीनी, सूखा दूध जैसी जरूरी खाद्य वस्तुएं उपलब्ध करवाई गई। प्रशासन की इस योजना से जहां इन गरीब परिवारों को घर बैठे जरूरी राशन मिल रहा है, वहीं लॉक डाउन का भी दृढ़ता से पालन हो रहा है। एडोप्ट ए फैमिली स्कीम के चालू होने से अब नगर का कोई भी जरूरतमंद घरों से बाहर नहीं निकलता। इस स्कीम के तहत जिले के करीब 400 लोगों ने परिवारों को एडोप्ट किया और जरूरी कच्चा सामान सहयोग की राशि से गरीबों को पहुंचाया।

उपायुक्त ने बताया कि एडोप्ट ए फैमिली स्कीम का हर जरूरतमंद को लाभ मिले, इसके लिए करनाल शहर के 20 वार्डो में 20 टीम बनाई गई है, इन टीमों में वार्ड के अनुसार शहर के पांच गणमान्य सदस्यों शामिल किया गया है। इन सदस्यों द्वारा जिन जरूरतमंद को चिन्हित किया गया, उन्हें राशन किट बनाकर घर-घर दी जा रही है। एडोप्ट ए फैमिली स्कीम में कुछ ऐसे समाज सेवी संस्था व दानवीर है, जिन्होंने 100 से अधिक परिवारों को भी गोद लिया है और यह सिलसिला लगातार जारी है उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल तक करीब 69 लाख रूपये इस स्कीम में जमा हो चुके है। एनजीओ व सरकारी टीमों के सहयोग से भी कच्चा राशन जरूरतमंद के घर-घर पहुंचाया जा रहा है। जिनमें दैनिक वेतन भोगी कार्यकर्ता , आवासहीन व्यक्ति, निर्माण कार्य में लगे मजदूर, रिक्शाचालक तथा भिखारी शामिल है।

 ये है एडोप्ट ए फैमिली स्कीम।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि एडोप्ट ए फैमिली स्कीम के लिए जिले के ऐसे दानी जो जरूरतमंद परिवारों को गोद लेना चाहता है, उसके लिए जिला स्तर पर रिलीफ फंड बनाया है। जिसका बैंक खाता नम्बर-4137000100112736, आईएफएससी कोड-पीयूएनबी 0413700, शाखा पंजाब नैशनल बैंक कुंजपुरा रोड़ करनाल है। कोई भी दानी एडोप्ट ए फैमिली स्कीम में सहयोग देने के लिए इस बैंक खाते के माध्यम से मदद कर सकता है। एडोप्ट ए फैमिली के तहत, प्रति परिवार प्रति सप्ताह 500 रूपये या 1000/ 1500 प्रति परिवार दो-तीन सप्ताह के लिए दी जा सकती है,जो 21 दिन के पूर्ण लॉक डाउन की अवधि के लिए है। उन्होंने बताया कि जो लोग कोविड-19 में आर्थिक रूप से प्रभावित हुए है, उनके  सहयोग के लिए करनाल के नागरिकों को नीड यूअर हेल्प यानी आपकी मदद की जरूरत है, की भी अपील की गई है।

एडोप्ट ए फैमिली स्कीम को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन ने उठाए कदम।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि एडोप्ट ए फैमिली स्कीम को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन ने नागरिकों से कहा कि  जो व्यक्ति 10 या इससे ज्यादा परिवारों को गोद लेगा, उसे जिला प्रशासन की ओर से प्रशंसा पत्र दिया जाएगा तथा जो व्यक्ति 20 या 20 से ज्यादा परिवारों को गोद लेगा, उसे उपायुक्त अपने कार्यालय में बुलाकर सम्मानित करेंगे। लोगों ने जिला प्रशासन की बात को माना और जरूरतमंद की सेवा के लिए हाथ बढ़ाया।

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