
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेप के चौथे चरण को भी लागू कर दिया है। इसके बाद अब आज से दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां लागू होने जा रही है।
दिल्ली के प्रदूषण को लेकर शुक्रवार के दिन पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने संबंधित अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग बुलाई। बैठक समाप्त होने के बाद गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में है। प्रदूषण की गंभीर श्रेणी को देखते हुए सीएक्यूएम ने ग्रेप के चौथे चरण को लागू करने का निर्देश दिया था। इसके मद्देनजर पहले से जो प्रतिबंध लगे हुए हैं, उनको भी कड़ा किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि हॉटस्पॉट एरिया में स्पेशल टास्क फोर्स को तैनात किया जाएगा।
दिल्ली में स्कूल बंद
गोपाल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। पांचवी कक्षा से ऊपर के स्कूलों में आउटडोर एक्टिविटीज पर भी पाबंदियां लगा दी गई है।
दिल्ली में इन गाड़ियों की एंट्री पर लगी पाबंदी
गोपाल राय ने कहा, ग्रेप के तहत पाबंदियों को लागू करते हुए आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों के अलावा अन्य डीजल वाहन राजधानी दिल्ली में प्रवेश नहीं करेंगे। साथ ही दिल्ली में ट्रक की एंट्री पर भी पाबंदी रहेगी। केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहन ही दिल्ली आ सकेंगे, जबकि इलेक्ट्रिक ट्रकों को ही दिल्ली में आने की अनुमति मिलेगी। इसके लिए 6 सदस्यीय एक मॉनिटरिंग कमिटी तैयार की है. 2 ट्रांसपोर्ट, 2 ट्रैफिक पुलिस और 2 डीटीसी के सदस्य शामिल होंगे। दिल्ली में 500 नई पर्यावरण बसें चलाई जाएंगी।
सरकारी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम
मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, आज शनिवार से सरकारी दफ्तरों के 50 फ़ीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे। वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट दफ्तरों को भी 50% कर्मचारियों को घर से काम कराने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी में 400 के ऊपर दर्ज हो रहा है।