
तीन दिवसीय पशुधन प्रदर्शनी का हुआ समापन, हिसार नितानी के रहने वाले सुखबीर सिंह की मुर्रा भैंस 35 किलो 900 ग्राम प्रतिदिन दूध देकर रही प्रथम, करनाल के बलदेव की गाय प्रतिदिन 66 किलो 200 ग्राम दूध देकर रही प्रथम, तरावड़ी के रणदीप सिंह पुत्र रामसिंह नम्बरदार की साहीवाल ब्रीड को भी किया 2 लाख 50 हजार रूपये से पुरस्कृत।
इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर(ब्यूरो) करनाल 15 मार्च, केन्द्रीय पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी राज्यमंत्री डा०संजीव बाल्यान ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां पर कृषि व पशु पालकों के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरूआत होती है। देश के अन्य राज्यों को भी हरियाणा का अनुसरण करना चाहिए। हरियाणा सरकार ने कृषि क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर पशुधन क्रेडिट कार्ड तथा बड़ी संख्या में पशुओं का बीमा करके हरियाणा ने पूरे देश में पशुपालकों के लिए बड़ी सौगात दी है। राज्यमंत्री डा० बाल्यान रविवार को पशु पालन हरियाणा द्वारा एनडीआरआई के मैदान में आयोजित तीन दिवसीय पशुधन प्रदर्शनी मेले के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने आज के कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित करके की और प्रदर्शनी में लगी स्टालों का अवलोकन किया तथा प्रदर्शनी में शामिल हुए उत्कृष्ठ दुधारू पशुओं के मालिकों को भी सम्मानित किया गया। इस प्रदर्शनी में करीब 36 लाख रूपये के पुरस्कार वितरित किये गए।
उन्होंने बोलते हुए कहा कि हरियाणा का किसान व पशु पालक काफी मेहनती और ईमानदार है। उन्होंने अपनी मेहनत से ही प्रदेश को देश में दूध व कृषि के मामले में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। हरियाणा सरकार भी पशुपालकों के लिए अनेक योजनाएं बनाने जा रही है, जिनकी शुरूआत देश में अब तक किसी भी राज्य में नहीं हुई है। पशुपालकों के लिए क्रेडिट कार्ड, इस क्रेडिट कार्ड से पशुपालक 3 लाख रूपये तक का चार प्रतिशत पर ऋण ले सकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पशुओं में मुंहखुर व गलघोटू की बीमारी के लिए संयुक्त रूप से एक ही वैक्सिन ईजाद करके इस बीमारी को प्रदेश से कतई समाप्त कर दिया है। कृत्रिम गर्भाधान के लिए सरकार ने उदारता दिखाते हुए इसकी बहुत ही कम कीमत रखी है। देश के अन्य प्रदेशों को भी हरियाणा सरकार की योजनाओं का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की मुर्रा नस्ल की भैंस और भैंसे का पूरी दुनिया में नाम है।
राज्यमंत्री ने कहा कि किसान रात-दिन मेहनत करता है, वर्षो से किसानों की अनदेखी हुई है। जो दर्जा किसानों को मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला, परन्तु अब किसानों के हितों की बात सरकार द्वारा की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य है कि देश के किसान की आय 2022 तक दोगुनी हो, इसलिए हरियाणा प्रदेश ने कृषि के साथ-साथ पशुधन को भी जोड़ा है। उन्होंने कहा कि पहली बार देश में पशुपालन मंत्रालय बनाया गया है। पहले कृषि मंत्रालय का बजट ही 1500 से 2000 करोड़ रूपये होता था, परन्तु मोदी सरकार ने अकेले एफएमडी में 13 हजार 500 करोड़ रूपये का बजट रखा है, जो कि अपने आप में बहुत बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि देश में सूअर की नस्ल में सुधार के लिए भी कार्य किया जा रहा है। हरियाणा, पंजाब ने सूअर की नस्ल में सुधार करने की पहल की, परन्तु इसकी खपत दक्षिणी भारत में होती है, जब चारों तरफ से प्रयास किये जाएंगे तो हर असंभव कार्य को संभव बनाया जा सकेगा। उन्होंने सभी पशुपालकों को पुरस्कार के लिए बधाई दी और कहा कि केन्द्र सरकार हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।
हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जय प्रकाश दलाल ने इस सफल पशुधन प्रदर्शनी के आयोजन के लिए विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ पशुपालकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पशुओं की नस्ल में सुधार करके प्रदेश को दूध के उत्पादन में नम्बर दो से एक पर लाना चाहती है, इसके लिए पशुपालकों को जागरूक करने के लिए पशुधन प्रदर्शनी लगाई जाती है ताकि पशुपालक इन प्रदशर्नियों को देखकर उर्जावान बने। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अंत्योदय पर काम कर रही है। गरीब से गरीब व्यक्ति को पशुपालन से जोडऩे का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार का प्रयास है कि जिस व्यक्ति के पास कुछ काम नहीं है, उसे 20 भेड़ नि:शुल्क देकर स्वरोजगार देने का काम किया है ताकि वे भी अपना परिवार चला सके।
क्रेडिट कार्ड बनाकर पशुपालकों को 3 लाख रूपये तक का 4 प्रतिशत ब्याज पर ऋण देना सरकार का ऐतिहासिक फैसला है। उन्होंने कहा कि उनकी योजना है कि बीमार पशुओं का उनके घर-द्वार पर ईलाज हो, इसके लिए मोबाईल औषाधालय खोलने की योजना है। इन औषाधालय से पशुपालकों को काफी लाभ मिलेगा, क्योंकि बीमार पशु को अस्पताल तक ले जाने में काफी दिक्कत होती है। जब हरियाणा बना था तो कहा जाता था कि हरियाणा के लोग कभी आत्मनिर्भर नहीं हो सकते, परन्तु आज वो दिन है कि हरियाणा के बेटा और बेटियों ने खेलों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का सम्मान बढ़ाया है। देश का हर दसवां सैनिक हरियाणवीं है। यूपीएससी की परीक्षाओं में और शिक्षा के क्षेत्र में देश के लोग हरियाणा का नाम लेते है। हरियाणा की मुर्रा नस्ल की भैंस दूध उत्पादन में अग्रणीय है। हरियाणा सरकार ने हरियाणा एक-हरियाणवीं एक के रूप में काम किया है। प्रदेश में चहुंमुखी विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पशुओं से जो फायदा होगा, वह पशुपालकों का और नुकसान हरियाणा सरकार का होगा| इसके लिए उन्होंने पशुओं का बीमा किया है। पिछले वर्ष 2 लाख 50 हजार पशुओं का बीमा किया गया और मार्च के पूरे महीने में इसकी संख्या 3 लाख 50 हजार तक पहुंच जाएगी, जो कि देश का ही नहीं बल्कि पूरे विश्व का रिकार्ड होगा। उन्होंने कहा कि अगले साल पशुओं के बीमे की संख्या 10 लाख तक पहुंच जाएगी। विभाग के प्रधान सचिव राजशेखर वडरू ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि यह तीन दिवसीय आयोजन बारिश और करोना वायरस के बाद भी काफी सफल रहा। पशुपालन के क्षेत्र में हरियाणा ने देश में अग्रणीय स्थान प्राप्त किया है। देश में प्रति व्यक्ति 394 ग्राम दूध का उत्पादन होता है जबकि अकेले हरियाणा में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन करीब 1068 ग्राम है। हरियाणा सरकार द्वारा पशुपालकों को अनेक सुविधाएं दी जा रही है।
कृत्रिम गर्भाधान के लिए सेक्स सीमन का मूल्य 200 रूपये कर दिया है, जोकि पहले 1200 रूपये के करीब था। उन्होंने कहा कि दुधारू पशुओं के प्रोत्साहन के लिए भी सरकार द्वारा 20 हजार रूपये तक का ईनाम रखा गया है। पहली बार देश में हरियाणा ने मुहंखुर रोग व गलगोटू को प्रदेश के पशुओं से बाहर कर दिया है। इस वर्ष इस रोग का कोई भी पशु बीमार नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि पशुधन को बढ़ावा मिले। हरियाणा सरकार ने बजट का भी विशेष प्रावधान किया है।
पशुपालन एवं डेयरी विकास विभाग के महानिदेशक ओपी छिक्कारा ने महानुभावों का स्वागत करते हुए तीन दिवसीय पशु एक्सपो को सफल बताया। उन्होंने बोलते हुए जानकारी दी कि इस मेले में करीब 8500 पशु पहुंचे हैं। पशुओं की अलग-अलग 53 श्रेणियां बनाकर उनकी उत्कृष्टता का मुकाबला करवाया गया है। मुकाबले में श्रेष्ठ रहे पशुओं के मालिकों को 36 लाख रुपये के पारितोषिक वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में उप-निदेशक पशु पालन पंचकुला डा० सुखबीर सिंह ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला, लुवासा के वीसी डा० गुरूदयाल सिंह, डा० शक्ति सिंह, एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक, भाजपा नेता ईलम सिंह, तालाब प्राधिकरण के सदस्य तेजिन्द्र सिंह तेजी सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
बॉक्स:- ब्रीडिंग चैम्पियनशिप में इन पशुओं को किया सम्मानित।
पशुधन मेले में रोहतक के देवेन्द्र के मुर्रा भैंसे, पानीपत के विजेन्द्र के हरियाणवीं नस्ल के भैसें, तरावड़ी वासी रणदीप सिंह पुत्र रामसिंह नम्बरदार की साहीवाल नस्ल की गाय, करनाल के शामगढ़ वासी प्रदीप की क्रॉस ब्रीडिंग गाय को भी सम्मानित किया गया, इन्हें सम्मान के रूप में प्रत्येक को 2 लाख 50 हजार रूपये के चेक देकर सम्मानित किया गया तथा हिसार के राजिन्द्र कुमार को दूध के क्षेत्र में भैंस, हिसार के बजिन्द्र सिंह को हरियाणवीं गाय, करनाल दादुपुर खुर्द के प्रेम सिंह को साहीवाल गाय के दूध के उत्पादन के लिए तथा करनाल जुंडला के गुरमीत सिंह को क्रॉस ब्रीडिंग गाय के रूप में 1-1 लाख रूपये की राशि के रूप में सम्मानित किया गया।बॉक्स:- दूध के क्षेत्र में इन्होंने किया प्रथम स्थान प्राप्त।
हिसार नितानी गांव के सुखबीर सिंह की मुर्रा भैंस ने एक दिन में 35 किलो 900 ग्राम दूध उत्पादन करके प्रथम स्थान प्राप्त किया। करनाल वासी बलदेव की गाय ने एक दिन में 66 किलो 200 ग्राम दूध उत्पादन करके प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं देसी नस्ल में रोहतक वासी अभिजीत खुराना की देसी गाय ने प्रतिदिन 20 किलो दूध का उत्पादन करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिन्हें सम्मानित किया गया। इन सभी को भी 2 लाख 50 हजार रूपये का नकद चेक देकर सम्मानित किया गया।
बॉक्स:-विभिन्न श्रेणियों में प्रथम 31 हजार, द्वितीय को 21 हजार व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को 11 हजार रूपये से किया सम्मानित।
इस प्रदर्शनी में जिला स्तर पर विभिन्न श्रेणियों में 31 हजार रूपये प्रथम, 21 हजार द्वितीय व 11 हजार तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सांड, गाय व भैंस को सम्मानित किया गया। जबकि हर श्रेणी में 2-2 पशुओं को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।