
इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर (ब्यूरो) कुरुक्षेत्र 18 मई, कुरूक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र में सोमवार को ‘अन्र्तराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस‘ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभाव, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डा. सुखदेव सैनी ने मुख्यातिथि के रुप में शिरकत की है। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने कुरूक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केन्द्र के युटयूब चैनल पर समानता हेतु संग्रहालय: विविधता एवं समावेश विषय पर लाईव स्ट्रिमिंग के माध्यम से संग्रहालयों एवं प्राचीन धरोहरों की उपयोगिता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि संग्रहालय बदलते सामाजिक परिवेश में जनमानस को शिक्षित कर समाज, संस्कृति एवं विज्ञान के बीच सामंजस्य स्थापित करते हैं। उन्होंने संग्रहालयों को हमारे पुर्वजों का रूप बताया। जिस प्रकार हमारे घरों में हमारे बड़े-बूढ़े ही आगामी पीढिय़ों को समानता, सांस्कृति एवं शिक्षा तथा सामाजिक गुण प्रदान करने में अहम भुमिका निभाते हैं उसी प्रकार संग्रहालय भी हमें तथा हमारी आने वाली पिढिय़ों को हमारी सांस्कृतिक एवं विज्ञानिक धरोहर के साथ जुडक़र हमारे विचारों में विविधता एवं समावेश जैसे गुणों का विस्तार करने में हमारी सहायता करते है।
उन्होंने कहा कि अन्र्तराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद् की योजना के अनुसार संग्रहालयो में आने वाले आगंतुकों के साथ ज्यादा से ज्यादा सम्पर्क स्थापित किये जाये ताकि संग्रहालय में सग्रहित विज्ञानिक एवं सांस्कृतिक सिद्धांतों को उनके अन्दर समाहित किया जा सके तथा उनके माध्यम से विज्ञानिक दृष्टिकोण, सग्रहालय के अतित, तथा संग्रहित धरोहर को उनके शहरों तक पहुंचायाँ जा सके।
केन्द्र के परियोजना समायोजक केएस नेहरू ने कहा कि अन्र्तराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद् के आह्वान पर वर्ष 1977 से अन्र्तराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जा रहा हैं। संग्रहालयों के सामने आज प्राचीन धरोहर एवं सांस्कृति को नवीनता के साथ प्रस्तुत करने की चुनौती हैं। संग्रहालय समपौषित उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते है तथा संस्कृति संवर्धन एवं संरक्षण कर जनमानस को लाभांवित करते हैं।
केन्द्र के शिक्षा अधिकारी जीतेन्द्र कुमार दास ने कहा कि आज केन्द्र ने ऑनलाईन ‘मस्तिष्क से विज्ञान’ प्रतियोगिता का आयोजन इलेक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से किया जिसमें कुरूक्षेत्र तथा अन्य जिलों से अनेक विद्ययार्थियों ने घर पर ही रहकर वीडियो कान्फेंसिंग के माध्यम से घर पर उपलब्ध वस्तुओं से विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों का व्याख्यान प्रस्तुत किया और विद्यार्थियों द्वारा ई-मेल के माध्यम से इस वीडियो को केन्द्र में प्रतियोगिता हेतू भेजा गया जिनका आंकलन करने के बाद इसमें से विजेताओं के नाम घोषित किए जाएंगे।