जाने ये अजब-गजब मामला: 139 साल की शरबती, 107 साल के बेटे व 100 साल की पुत्रवधू के साथ ले रही राशन, जांच हुई शुरू

हिसार के गांव सीसवाला में 139 साल की बुजुर्ग सरबती खाद्य आपूर्ति विभाग विभाग से राशन ले रही हैं। उनके परिवार में बेटा जोगेंद्र 107 साल का है और पुत्रवधू पूजा रानी की आयु 100 साल है। पोता विनय 79 साल का है। सबसे छोटा पोते कार्तिक की आयु 77 साल है।

परिवार पहचान पत्र में मिल रहीं खामियां

खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से इस परिवार को हर महीने 25 किलो गेहूं वितरित किया गया हैै। सूचना मिलने पर खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। परिवार पहचान पत्र में मिल रहीं खामियों का खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। परिवार पहचान पत्र लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। गांव सीसवाला में बने राशन कार्ड में कई उपभोक्ताओं की आयु 70 वर्ष अधिक दर्शाई है।

उपभोक्ताओं की आयु गलत दर्शाई गई

फैमिली आईडी में उम्र सत्यापन आधार या स्कूल सर्टिफिकेट से होने के बावजूद भी खाद्य आपूर्ति विभाग की वेबसाइट पर उपभोक्ताओं की आयु गलत दर्शाई गई है। वेबसाइट पर काफी उपभोक्ताओं की आयु गलत है। सीसवाला निवासी जोगेंद्र सिंह के राशन कार्ड की विभागीय वेबसाइट पर सभी सदस्यों की उम्र गलत दर्शाई गई है।

जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सभी सदस्यों की उम्र 70 वर्ष अधिक दर्शाई हुई है। बेटे कार्तिक की उम्र 7 वर्ष है, लेकिन पोर्टल पर 77 वर्ष दिखाई हुई है। इसी प्रकार माता सरबती की उम्र 139 वर्ष दिखाई हुई है। पत्नी पूजा की उम्र 100 वर्ष दिखाई हुई है और मेरी खुद की आयु 107 वर्ष दिखाई गई है। सुंडावास निवासी बनवारी भी फैमिली आईडी में 70 वर्ष के हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के राशन स्टेटस में उनकी आय 150 वर्ष दिखाई गई है। संवाद

जिले में 2.86 लाख कार्ड धारक

जिले में जिलेभर में 2 लाख 86 हजार 340 राशन कार्ड धारकों को राशन मिलता है। जिसमें 21949 गुलाबी कार्ड धारक हैं। पीले कार्ड धारक 260212 उपभोक्ता हैं। पिछले काफी दिनों से बीपीएल राशन कार्ड पर दो लीटर सरसों का तेल बंद था। अब खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा सरसो के तेल की सप्लाई सुचारू कर दी है। उपभोक्ताओं को पिछले करीब दो माह से दो लीटर सरसों का तेल मिल रहा है। राशन कार्ड पर सरसों का तेल उन्हीं उपभोक्ताओं को मिल रहा है, जिनकी फैमिली आईडी में आय एक लाख से कम है।

यह मामला संज्ञान में आने के बाद मैंने जांच के आदेश दे दिए हैं। संबंधित डिपो होल्डर के माध्यम से उपभोक्ताओं की आयु प्रमाणित कराएंगे। हमारे सॉफ्टवेयर ने यह आंकड़ा परिवार पहचान पत्र व आधार कार्ड से लिया है। अगर वहां आयु की गलती है तो उपभोक्ता को उसे वहां जाकर ठीक कराना होगा।

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