
RBI Digital Rupee: भारतीय रिजर्व बैंक आज यानि की 1 दिसंबर से डिजिटल कैरेंसी की शुरुआत कर रहा है। इसके लिए रिजर्व बैंक ने भारत के चार शहरों नई दिल्ली, भुवनेश्वर, मुंबई और बेंगलुरु को चुना है। इन चारों शहरों में डिजिटल कैरेंसी के सफल होने के बाद दूसरे अन्य शहरों को चुना जायेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने फरवरी में अपने बजट भाषण में डिजिटल करेंसी लाने की घोषणा की थी।
आइए जानते हैं डिजिटल कैरेंसी के बारें में और आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं-
डिजिटल कैरेंसी कागजी मुद्रा के समान है और कागजी मुद्रा के साथ इसका विनिमय किया जा सकेगा। केवल इसका रूप अलग है। डिजिटल करेंसी (CBDC) या डिजिटल रुपी आरबीआई द्वारा डिजिटल फॉर्म में जारी करेंसी नोट्स हैं। इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में मौजूद रुपये को कॉन्टैक्टलेस ट्रांजेक्शन (contactless transactions) में इस्तेमाल किया जा सकता है। डिजिटल रुपया वर्तमान में यूज किए जा रहे कागज के नोट और सिक्कों की के प्राइज के समान ही होगा। इसे बैंकों की ओर से जारी किया जायेगा।
दो तरह की होगी डिजिटल कैरेंसी-
भारत में डिजिटल कैरेंसी दो प्रकार की होगी। एक रिटेल सीबीडीसी (CBDC-R) और होलसेल दूसरा सीबीडीसी (CBDC-W)। रिटेल सीबीडीसी संभवतः सभी के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी, वहीं होलसेल सीबीडीसी का उपयोग चुनिंदा वित्तीय संस्थानों के लिए होगा।
डिजिटल कैरेंसी पर नहीं मिलेगा कोई ब्याज-
डिजिटल कैरेंसी पर किसी तरह का कोई ब्याज नहीं मिलेगा। इस कैरेंसी को आपके बैंक खाते में आसानी से जमा किया जा सकता है, जो अन्य भारतीय रुपये के ही बराबर होगा।
डिजिटल कैरेंसी ज्यादा सुरक्षित-
अन्य डिजिटल लेन-देन से डिजिटल कैरेंसी ज्यादा सुरक्षित होगी। ये कैरेंसी यह ब्लॉकचेन पर आधारित है जिसमें सेंध लगाना काफी मुश्किल है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में भुगतान तेजी से होता है।