
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 9 साथियों को पंजाब पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारियां अजनाला थाने पर हमले से जुड़े केस में की गईं। पंजाब पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर इन लोगों को पकड़ा।
अमृतपाल के 6 साथियों को शनिवार दोपहर उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अमृतपाल के साथ जालंधर से मोगा की ओर जा रहे थे। पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से होते हुए भाग गया। पुलिस की करीब 100 गाड़ियों ने लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद उसे जालंधर के नकोदर एरिया से दबोच लिया। हालांकि अमृतपाल की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
इनके अलावा अमृतसर में अलग-अलग जगह से अमृतपाल के दो साथी पकड़े गए। इनमें बालसरां जोधा गांव का हरमेल सिंह जोध और शेरो गांव का हरचरण सिंह शामिल है। नौवां शख्स मोगा का भगवंत सिंह उर्फ बाजेके है जिसे उसके खेतों से गिरफ्तार किया गया।
इस बीच माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते पंजाब में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। राज्य में शनिवार दोपहर 12 बजे से रविवार दोपहर 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद की गई है।
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे‘ के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।
जालंधर-मोगा पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन
शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में उसके प्रोग्राम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे।
इस प्रोग्राम से पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी। इसके लिए आसपास के कई जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स बुला ली गई। जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।
शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे जैसे ही अमृतपाल का काफिला जालंधर के मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया गया। अमृतपाल की मर्सिडीज कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई।
अमृतपाल ने की समर्थकों से इकट्ठा होने की अपील
पुलिस को गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के 6 साथियों से कई हथियार मिले हैं। इन्हें जालंधर के मैहतपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। अमृतपाल का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया। इसमें अमृतपाल गाड़ी की अगली सीट पर बैठा नजर आ रहा है और अपने समर्थकों से इकट्ठा होने की अपील कर रहा है। गाड़ी में मौजूद अमृतपाल के समर्थक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिस उनके पीछे लगी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद पुलिस ने अमृतपाल को नकोदर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।
दो साथी अमृतसर से गिरफ्तार
अमृतपाल के 2 साथियों को अमृतसर में अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया। इनमें अमृतसर के बालसरां जोधा गांव का रहने वाला हरमेल सिंह जोध और शेरों गांव का हरचरण सिंह शामिल है।
पुलिस देख सोशल मीडिया पर लाइव हुआ बाजेके
अमृतपाल के करीबी भगवंत सिंह उर्फ बाजेके को पुलिस ने मोगा से पकड़ा। भगवंत को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह खेतों में पशुओं के लिए चारा काट रहा था। 5 गाड़ियों में पहुंचे पुलिसवालों के खेतों में घेरा डालते ही भगवंत सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हो गया और अपनी तरफ बढ़ रहे पुलिसवालों को दिखाने लगा।
भगवंत सिंह के खिलाफ हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालने को लेकर केस दर्ज हो चुका है। वह पंजाब सरकार के खिलाफ और अमृतपाल के हक में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता रहा है।
अजनाला थाने पर किया था हमला
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे‘ के प्रमुख अमृतपाल की अगुवाई में उसके हजारों समर्थकों ने 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग अमृतपाल के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। हमले से दबाव में आई पंजाब पुलिस को लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का ऐलान करना पड़ा था।
पंजाब में इंटरनेट और ब्लक SMS सेवाएं बंद
अमृतपाल की गिरफ्तारी के साथ ही पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी गईं। इससे जुड़ा आदेश पंजाब के एडीशनल चीफ सेक्रेटरी की ओर से जारी किया गया। इस ऑर्डर में कहा गया कि पंजाब डीजीपी की तरफ से जानकारी दी गई है कि सोशल मीडिया और बल्क SMS के जरिए पंजाब में लोगों को भड़काने की कोशिश की जा सकती है। इसके बाद शनिवार दोपहर 12 बजे से रविवार दोपहर 12 बजे तक राज्य में मोबाइल इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद करने के आदेश दिए गए हैं। बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर अन्य सभी तरह की SMS सेवाएं बंद रहेंगी।
पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड लगाए थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए। झड़प में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने कहा- पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हुए। हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। उसने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा कर दिया जाए
हमलावर तलवार और बंदूकें साथ लाए थे। उनके पास श्री गुरुग्रंथ साहिब की पवित्र बीड़ भी थी। ऐसे में जवान पीछे हट गए। टीवी चैनल को दिए बयान में रंधावा ने एक्शन ना लेने की यही वजह बताई है
पंजाब के अजनाला थाने पर समर्थकों संग हमला करने वाले खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे‘ चीफ अमृतपाल ने खुद को भारतीय नागरिक मानने से इनकार कर दिया है। अमृतपाल ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा – मैं खुद को इंडियन सिटीजन नहीं मानता
गैंगस्टर लॉरेंस के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू मामले में अब वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल सिंह का बयान सामने आया है। अमृतपाल सिंह ने सरकारों को सिखों के खून का दुश्मन बताया है