
करनाल| करनाल में किसान आंदोलन के दौरान बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस और किसानों की झपड़ के मामले में पुलिस ने 36 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम की कोर कमेटी ने सोमवार से लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। धरने में राकेश टिकैत समेत किसान मोर्चा के बड़े पदाधिकारियों के शामिल होने का दावा किया गया है।
36 किसान नेताओं पर केस दर्ज
किसान आंदोलन के दौरान करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई थी। इस मामले में तब किसान और पुलिस के बीच समझौता हो गया था, लेकिन अब भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि इंस्पेक्टर हरजिंदर सिंह ने कोर्ट के माध्यम से 36 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
किसान नेताओं ने समझौते को तोड़ने के विरोध में सोमवार से करनाल के लघु सचिवालय के सामने धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। कोर कमेटी के सदस्य जगदीप ओलख व बहादुर मेहला ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता जोगेंद्र सिंह उगरहा, राकेश टिकैत, डा. दर्शन पाल, सुरेश कोथ, रवि आजाद व विकास सीसर की अगुवाई में हजारों किसान सोमवार को करनाल में जिला सचिवालय के सामने डेरा डालेंगे।
पुलिस ने दुरुस्थ की सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस प्रवक्ता भरत ने बताया कि किसानों के धरना-प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड पर है। लघु सचिवालय के आसपास समेत मुख्य मार्गों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कड़े प्रबंध किए गए हैं।
बसताड़ा टोल शुरू से ही सुर्खियों में रहा है। कभी लाठीचार्ज तो कभी टोल प्रशासन के साथ कहासुनी। किसानों ने ऐलान किया था कि वे तब तक यहां पर बैठे रहेंगे, जब तक दिल्ली गए किसानों के सभी वाहन वापस न आ जाएं। यहां से लगभग एक साल से बिना टोल दिए वाहनों की आवाजाही हो रही है।