नई दिल्ली. जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) को रेल और रोड कनेक्टिविटी देने के लिए यमुना अथॉरिटी (Yamuna authority) ने कमर कस ली है. अथॉरिटी का इरादा एयरपोर्ट को दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन से जोड़ने का है. साथ ही एयरपोर्ट तक रोड कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए 100 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे बनाने की प्रक्रिया भी अथॉरिटी ने शुरू कर दी है. यमुना अथॉरिटी ने एक एजेंसी को इन दोनों प्रोजेक्ट की रिपोर्ट और डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी दी है.
रेल लाइन बन जाने से नोएडा एयरपोर्ट दिल्ली-कानपुर रेल मार्ग पर पड़ने वाले चोला रेलवे स्टेशन से जुड़ जाएगा. रेलवे लाइन के साथ ही 100 मीटर चौड़ा एक्सप्रेसवे भी चोला तक बनाए जाने का प्रस्ताव है. चोला बुलंदशहर जिले में पड़ता है. इस एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे-34 से जोड़ा जाएगा. एक्सप्रेसवे और रेलवे लाइन की लंबाई 16 किलोमीटर होगी. एजेंसी द्वारा बनाई रिपोर्ट और डिजाइन को रेलवे मंत्रालय के पास भेजा जाएगा.
आवाजाही में होगी सुविधा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक रेल लाइन बिछने और 16 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनने से लोगों को इस तक पहुंचने में सुविधा होगी. रेलवे लाइन से जुड़ जाने से खासतौर से कानपुर, अलीगढ़, गाजियाबाद, दादरी और खुर्जा से एयरपोर्ट तक आवाजाही बहुत आसान हो जाएगी. रेल मार्ग से जुड़ जाने के कारण एयरपोर्ट तक माल लाना भी आसान हो जाएगा. इसका फायदा गाजियाबाद और कानपुर के व्यापारियों को बहुत होगा.
गौरतलब है कि नोएडा अथॉरिटी ने फेज वन के मास्टर प्लान में बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण के 55 गांवों को यमुना अथॉरिटी में शामिल किया है. इस वजह से चोला-वैर रेलवे स्टेशन भी यमुना अथॉरिटी के एरिया में आ गए हैं. अथॉरिटी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए कदम उठा रही है.
अगले साल चालू हो जाएगा एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida international airport) को अगले साल तक चालू कर दिया जाएगा. पिछले महीने यानी मार्च 2023, में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा था कि यह एयरपोर्ट अगले साल 1 अक्टूबर (Noida international airport opening date) से शुरू हो जाएगा. इस एयरपोर्ट की क्षमता रोजाना 50 लाख यात्रियों की होगी. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जून 2021 में शुरू हुआ था. इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के साथ किया जा रहा है. इसे अगले 40 साल चलाने का ठेका भी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी के पास ही है.