जालंधर से चंडीगढ़ सिर्फ सवा घंटे में, कपूरथला-लुधियाना-मोहाली जाना भी आसान, जानिए कैसे

पंजाब के प्रमुख शहरों के बीच अच्‍छी रोड और कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है. जल्‍द ही जालंधर से चंडीगढ़ और अमृतसर जैसे शहरों को जाने वाले लोगों को भी नेशनल हाईवे का तोहफा मिलने वाला है. इस हाईवे के शुरू होने से जालंधर से चंडीगढ़ की दूरी महज सवा घंटे में तय की जा सकेगी. अभी इस दूरी को पूरा करने में दोगुना समय लगता है. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने टि्वटर पर इस हाईवे की तस्‍वीरें शेयर कर बताया है कि फगवाड़ा-रूपनगर (Phagwara to Rupnagar) सेक्‍शन शुरू होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर आधा रह जाएगा. इस हाईवे से शहीद भगत सिंह के गांव तक जाना भी आसान हो जाएगा.

राष्‍ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) पंजाब में रोड इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर मजबूत बनाने के लिए लगातार सड़कों का निर्माण कर रहा है. इस कड़ी में 4 लेन का राष्‍ट्रीय राजमार्ग 344A (National Highway 344A) भी लगभग बनकर तैयार है. 80.82 किलोमीटर लंबे इस हाईवे पर सफर शुरू होने के बाद चंडीगढ़ से जालंधर आना-जाना महज सवा घंटे में पूरा हो जाएगा. अभी दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 148 किलोमीटर है, जिसे तय करने में 2.30 घंटे का समय लगता है. हाइब्रिट मॉडल पर बन रहे इस हाईवे पर कुल लागत 1,367 करोड़ रुपये की आएगी.

भगत सिंह के गांव तक पहुंचना आसान

यह हाईवे अमृतसर, जालंधर और चंडीगढ़ जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ने के साथ कपूरथला, लुधियाना, रोपड़ और मोहाली तक जाना भी आसान बना देगा. इन शहरों के बीच आने-जाने में लगने वाला समय भी काफी कम हो जाएगा. इसके अलावा शहीदे आजम सरदार भगत सिंह के पैतृक गांव खाटकारकालन तक भी यह हाईवे जाता है और अब यहां पहुंचने की सीधी सड़क मिलेगी.

गडकरी ने अपने ट्वीट में कहा, यह ग्रीन हाईवे पूरी तरह फूल वाले पौधों से सजा हुआ है. यह पंजाब के सबसे सुरक्षित हाईवे में से एक है और इसका निर्माण पूरा होने के बाद क्षेत्र को सामाजिक और आर्थिक रूप से विकास करने का मौका मिलेगा. हाइब्रिड मॉडल पर बनाए जा रहे इस हाईवे के लिए 40 फीसदी रकम का इंतजाम सरकार करेगी और बाकी पैसा डेवलपर को लगाना होगा.

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