
हरियाणा में अक्सर प्राइवेट समिति बस संचालक मनमानी से बसों को चलाते हैं। निर्धारित रूट पर बस ना चलने से लोगों को भी यात्रा करने में असुविधा का सामना करना पड़ता है। राज्य में निजी बस संचालकों की मनमानी पर हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा ने सवाल खड़े किए हैं। हालांकि अब निधि प्राइवेट समिति बस संचालकों की मनमानी पर जल्द ही रोक लगने वाली है।
क्या है पूरा मामला
राज्य में प्राइवेट समिति की बसों को अब निर्धारित रूट पर ही बसों का संचालन करना होगा। यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसका परमिट रद्द किया जाएगा। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी साझा मोर्चा के साथ क्षेत्रीय प्राधिकारी सचिव आरटीए अंबाला ने बैठक की। इस दौरान बैठक की अध्यक्षता अंबाला डिपो महाप्रबंधक अश्विनी कुमार डोगरा ने की। बैठक में क्या फैसला हुआ इसकी पूरी जानकारी आपको इस रिपोर्ट में दी जाएगी।
इन बसों का रद्द होगा परमिट
दरअसल इस बैठक में सभी की सहमति से यह निर्णय लिया गया है कि रोडवेज आरटीए और ट्रैफिक पुलिस की एक टीम बनाई जाएगी जो अवैध रूप से चल रहे वाहनों पर रोक लगाने का काम करेंगे। इसके अलावा 15 दिनों के अंदर नारायणगढ़ मार्ग पर चलने वाली बसों की सूची तैयार कर दी जाएगी। वहीं जिन समिति की बसों का संचालन अंबाला शहर से होना होता है और जो बसे शहर अड्डे से नहीं चल रही है, उनके संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। इसके बावजूद भी बसें निर्धारित रूट पर नहीं चली तो उनका परमिट रद्द कर दिया जाएगा।