हाईवे पर हादसों में अब घायलों को चंद मिनटों में इलाज, ऐसी होंगी सुविधाएं

अब हाईवे पर हादसा हुआ तो चंद मिनटों में घायल को इलाज मिल जाएगा। इसके लिए रेस्क्यू टीमों संग एम्बुलेंस का बेड़ा राजमार्गों पर तैनात किया जा रहा है। कानपुर रीजन के सभी टोल प्लाजा पर एम्बुलेंस लगा दी गई हैं।

सड़क हादसे में साइरस मिस्त्री की मौत से सीख लेकर एक्सीडेंट की सूचना आते ही मौके पर एक नहीं बल्कि दो-दो एम्बुलेंस पहुंच जाएंगी।

हाईवे पर होने वाले हादसों को देखते हुए क्विक रेस्पांस के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सेव लाइफ फाउंडेशन संग करार किया है। इसी के तहत हाईवे के हर रूट पर इमरजेंसी केयर ब्लूप्रिंट बनाया जाएगा। ब्लूप्रिंट का भौतिक परीक्षण और इमरजेंसी केयर ऑडिट करने के लिए शुक्रवार को टीमें कानपुर का दौरा करेंगी। इसमें रेस्क्यू ऑपरेशन की रैंडम चेकिंग की जाएगी।

पहले चरण में चकेरी-इटावा रूट पर इमरजेंसी केयर ऑडिट होगा। इसीके सिलसिले में हाईवे से हैलट अस्पताल, आगरा मेडिकल कॉलेज, रिम्स सैफई, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद जिला अस्पताल को जोड़ा गया है। हादसे के बाद ट्रामा केसों को एम्बुलेंस से लाकर इन्हीं अस्पतालों में इलाज किया जाएगा। हाईवे पर इमरजेंसी सेवा के लिए 1033 पर फोन करते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच जाएगी।

कानपुर रीजन के टोल प्लाजा

हादसे के बाद त्वरित इलाज देने के लिए बाराजोड़, अनंतराम, उकासा, खन्ना, अलियापुर, बड़ौरी और कटोघन टोल प्लाजा पर रेस्क्यू टीमें एम्बुलेंस के साथ तैनात की गई हैं। इन्हें लोकल 108 एम्बुलेंस सेवा से भी जोड़ा गया है।

हाईवे पर होगा इमरजेंसी केयर ऑडिट

करार के मुताबिक हाईवे पर इमरजेंसी केयर ऑडिट होने जा रहा है। घायलों को त्वरित इलाज मिले और ट्रामा केसों को बचाया जा सके, इसके लिए प्रारूप बनाया गया है।हाईवे पर तैयार होगा सेटअप

हैलट में सारी सुविधाओं के आकलन के लिए एनएचएआई और सेव लाइफ फाउंडेशन की टीम बना दी गई है। यहीं पर ट्रामा सेंटर भी बनाया जाना है। उसमें हाईवे के घायलों के इलाज के लिए अलग सेटअप तैयार किया जाएगा।

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