
राई: पंजाब के बठिंडा में कुमाशपुर गांव के एक युवक की एक्सिडेंट में मौत हुई है। मृतक रविंद्र कुमार बठिंडा के जाना स्माल फाइनेंस बैंक में एरिया मैनेजर था। रविंद्र की एक्सीडेंट से कुछ मिनट पहले ही पत्नी नवीता से फोन पर बात हुई थी। पत्नी से कहा था कि वह 15 अप्रैल को घर जाएगा। जब मंगलवार शाम पति की घर पर डेडबॉडी आई तो नवीता बेहोश हो गई।
बूढ़े पिता ने रूंघे गले से कहा कि मजदूरी करके बेटे को पढ़ाया था। अब घर के हालात सुधर रहे थे तो भगवान ने कमाऊ बेटे को ही छीन लिया। शायद उनके भाग्य में गरीबी ही लिखा है। कुमाशपुर निवासी रविंद्र कुमार पुत्र बलबीर सिंह पंजाब के बठिंडा में जाना स्माल फाइनेंस बैंक का एरिया मैनेजर था। वह बठिंडा के फेस-3 में किराए के मकान में रहता था। सोमवार की रात 8 बजे के करीब ठंडी सड़क रेलवे ग्राउंड के नजदीक डाला पिकअप जीप और ट्विस्टर मोटरसाइकिल की टक्कर हो गई थी। राहगीरों ने घायल बाइक सवार को अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में दाखिल करवाया। ड्यूटी पर तैनात डाॅक्टर ने घायल युवक काे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मंगलवार देर शाम रविंद्र की डेडबॉडी गांव में पहुंच गई।
पिता ने कहा-मेरा तो संसार ही उजड़ गया
बलबीर मेहनत मजदूरी करता है। तीन बेटों में रविंद्र सबसे बड़ा था। लोगों के घर मजदूरी कर बेटे को पढ़ाया था। अब रविंद्र गरीब पिता का सहारा बना था। बलबीर ने कहा कि बेटे की मौत से उसका संसार उजड़ गया है। छोटे दोनों बेटे एक फैक्ट्री में काम धंधा करते हैं। रविंद्र ही था जो इस गरीब परिवार की उम्मीद था। भगवान ने परिवार को पहाड़ से बड़ा दुख दे दिया है।
हादसे से कुछ देर पहले ही पत्नी से हुई थी बात
मृतक रविंद्र कुमार की शादी तीन साल पहले नवीता के साथ हुई थी। अभी उन्हें संतान नहीं है। नवीता भी रविंद्र के साथ बठिंडा रहती थी। अभी दो महीने से सास-ससुर के पास आई हुई थी। नवीता ने कहा कि शाम को रविंद्र से फोन पर बात हुई थी। रविंद्र ने कहा कि 14 को लॉकडाउन खुल जाएगा। 15 की शाम को वह घर आ जाएगा। उसे नहीं पता था कि 14 की शाम को उसका पति जिंदा नहीं बल्कि शव के रूप में आएगा।