CBSE बोर्ड रिजल्ट कैसे बनता है? जानिए क्या है मार्क्स जोड़ने का सही नियम?

नई दिल्ली (CBSE Board Exam 2023, CBSE Board Result). सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की डेटशीट की तरह इसका रिजल्ट बनाना भी कई बार काफी मुश्किल हो जाता है. सीबीएसई ने बीते कुछ सालों में सिलेबस में काफी बदलाव किया है (CBSE Board Syllabus). स्किल्स पर आधारित कुछ विषय भी बढ़ाए हैं. इससे स्टूडेंट्स रिजल्ट और मार्क्स कैलकुलेशन को लेकर थोड़ा कंफ्यूज्ड हैं (CBSE Marks Calculation).

सीबीएसई बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के फाइनल रिजल्ट में 5 विषयों के अंक जोड़े जाते हैं. सीबीएसई ने कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक में सिलेबस में स्किल सब्जेक्ट्स ऐड किए हैं. क्लास 9, 10 में 3 विषय और क्लास 11, 12 की लिस्ट में 4 विषय जोड़े गए हैं. इनमें से दो कॉमन हैं. इस हिसाब से कुल 5 विषय बढ़े हैं. अगर कोई स्टूडेंट 5 प्रमुख विषयों के अलावा एक्स्ट्रा सब्जेक्ट की भी परीक्षा देता है तो जानिए उसके मार्क्स कैसे कैलकुलेट किए जाएंगे.

सीबीएसई बोर्ड सिलेबस के नए विषय कौन से हैं?

CBSE ने अपने स्किल मॉड्यूल में कई नए विषय जोड़े हैं. CBSE ने 9वीं-10वीं में डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन, फाउंडेशन स्किल्स फॉर साइंसेस (फार्मास्युटिकल एंड बायोटेक्नोलॉजी) और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर विषय बढ़ाए हैं. वहीं 11वीं-12वीं में डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर, लैंड ट्रांसपोर्टेशन एसोसिएट और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर विषय जोड़े गए हैं (CBSE Skill Subjects).

CBSE बोर्ड परीक्षा में मार्क्स कैसे कैलकुलेट होंगे?

सीबीएसई बोर्ड ने एक सर्कुलर में कहा है कि 9वीं-10वीं में स्किल सब्जेक्ट चुनने वाले स्टूडेंट्स की मार्किंग स्कीम में सुधार किया गया है. अगर कोई स्टूडेंट स्किल विषय (जिसे CBSE 6th Paper कहा जाता है) की पढ़ाई करता है तो उसके बेस्ट 5 विषयों के मार्क्स ऐसे कैलकुलेट होंगे-

तीन प्रमुख विषय- दो भाषाओं में से एक (अनिवार्य रूप से) + साइंस, मैथ्स और सोशल साइंस और एडिशनल यानी छठे विषय के मार्क्स (जिन 4 में सबसे अच्छे नंबर होंगे). सीबीएसई 10वीं बेस्ट 5 सब्जेक्ट मार्क्स के आधार पर टोटल परसेंटेज कैलकुलेट किया जाएगा.

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